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नरेंद्र मोदी का पत्र सोशल मीडिया में वाइरल
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भारत बांग्लादेश के रिश्ते अभी बिगड़े हुए हैं
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दूतावास की तरफ से जारी हुआ खंडन
विशेष प्रतिनिधि
ढाकाः बांग्लादेश में मोदी के एक पत्र के वाइरल होने पर फिर से तनाव बढ़ गया है।
स्थिति को भांपकर आनन फानन में भारतीय दूतावास ने विशेष संदेश के माध्यम
से ऐसे किसी पत्र के होने से इंकार किया है। दूतावास की तरफ से यह बताया गया है
कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश को ऐसा कोई
पत्र ही नहीं लिखा है। वैसे पत्र को देखने पर ही प्रथमदृष्टया यह पत्र फर्जी है, यह
बात समझ में आ जाती है।
जिस पत्र को लेकर बांग्लादेश में तनाव उपजा है, उसमें नरेंद्र मोदी ने अयोध्या-
बाबरी मसजिद के मामले में सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दिये गये फैसले की सराहना
की है। पत्र में जिस विषय को लेकर विवाद उपजा है, वह पत्र की भाषा है। मुख्य
न्यायाधीश का धन्यवाद करते हुए इस पत्र में फैसले को लेकर उनका आभार प्रकट
करने का मुद्दा ही विवादों में घिरा है। पत्र के मुताबिक श्री मोदी ने इस फैसले के लिए
न्यायमूर्त गोगोई सहित इस खंडपीठ के सभी न्यायाधीशों को धन्यवाद दिया है।
उस पत्र में इस बात का उल्लेख है कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए सर्वोच्च
न्यायालय द्वारा लिये गये इस फैसले की वजह से देश के हिंदू हमेशा आप सभी के
प्रति आभारी रहेंगे। सोशल मीडिया में तेजी से फैलते इस पत्र में खंडपीठ के सभी
न्यायाधीशों का नाम लेकर यह उल्लेख किया गया है।
इस पत्र को लेकर तनाव उपजने के बाद ही ढाका के भारतीय दूतावास ने इस पत्र का
खंडन किया है। दूतावास की तरफ से यह बताया गया है कि सिर्फ देश के अंदर
विद्वेष पैदा करने के मकसद से यह जाली पत्र सोशल मीडिया में प्रसारित किया जा
रहा है। भारतीय दूतावास की सफाई में इस पूरी चिट्टी को ही जाली बताया गया है।
बांग्लादेश में मोदी के इस पत्र के खिलाफ जोरदार प्रतिक्रिया
इस बीच इस्लामी शासनतंत्र बांग्लादेश नामक एक संगठन की तरफ से अयोध्या के
फैसले के खिलाफ भारत तक लांग मार्च करने का एलान भी सोशल मीडिया में
फैलाया गया है। याद रहे कि हाल के कई घटनाक्रमों की वजह से अभी भारत और
बांग्लादेश के रिश्तों में काफी तनाव की स्थिति है।
त्रिपुरा में बांग्लादेश के सैनिकों की गिरफ्तारी और बाद में पश्चिम बंगाल के इलाके
में भारतीय सीमा सुरक्षा बल के एक हवलदार की गोली चालन में मौत के बाद दोनों
देशों के रिश्ते पहले जैसे अच्छे नहीं रह गये हैं।
[…] बांग्लादेश में मोदी की चिट्ठी से तनाव … […]