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राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित दो सौ लोगों को प्रेषित
ब्यूरो प्रमुख
भागलपुरः जैविक विधि से उपजाए गए कतरनी धान से चूड़ा बनवाकर राष्ट्रपति और
प्रधानमंत्री सहित 200 विशिष्ट लोगों के लिए 200 पैकेट कतरनी चूड़ा दिल्ली भेजा गया
है। खरमास महीने के गुजर जाने के बाद मनाए जाने वाले पर्व मकर संक्रांति के मौके पर
इस साल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भागलपुर के कतरनी चूड़ा
का स्वाद लेंगे। मकर संक्रांति के दिन दही-चूड़ा और तिलकुट खाने की परंपरा है। भागलपुर
के प्रसिद्ध कतरनी का चूड़ा राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को विशेष तौर पर भेजा गया।
जैविक विधि से तैयार यह चूड़ा यहां की खासियत
भागलपुर जिला प्रशासन के निर्देश के बाद जैविक विधि से उपजाए गए कतरनी धान से
चूड़ा बनवाकर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री सहित 200 विशिष्ट लोगों के लिए 200 पैकेट
कतरनी चूड़ा दिल्ली भेजा गया है। एक-एक किलो चूड़ा का 200 पैकेट बनवाया गया है।
जिसे दिल्ली भेजा गया है। कतरनी भागलपुर की विशिष्ट पहचान है। कतरनी चावल की
अपनी विशेषता है। यह काफी सुगंधित भी होता है।भागलपुर की मंडी से कतरनी चूड़ा और
चावल दिल्ली, बनारस, पटना, लखनऊ सहित दक्षिण भारत के कई शहरों में भी जाता है।
मकर संक्रांति में अंग क्षेत्र (भागलपुर) की कतरनी बिहार का पसंदीदा सौगात माना जाता
है। हाल के दिनों में भारत सरकार ने सुगंधित धान कतरनी को जीआई में रजिस्टर्ड भी
किया है।
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