-
प्रतिनिधि
जलपाईगुड़ीः चलती ट्रेन में ही आज एक बच्चे का जन्म हुआ। मयनागुड़ी और
जलपाईगुड़ी रोड स्टेशन के बीच ही प्रवासी मजदूर मफीदूल इस्लाम की स्त्री मसिदा
खातून ने इस बच्चे को जन्म दिया था। दरअसल लॉकडाउन समाप्त होने के बाद भीषण
आर्थिक संकट से जूझ रहे पति पत्नी इसी हालत में रोजगार की तलाश में राजस्थान की
तरफ ट्रेन से जा रहे थे। डूयार्स जंगल के मयनागुड़ी स्टेशन से आगे बढ़ते ही महिला को
प्रसव पीड़ा होने लगी थी। यह हाल देखकर ट्रेन पर सवार अन्य लोगों ने उन दोनों की मदद
की। सूचना पाकर रेल पुलिस के लोग भी ट्रेन की उस बॉगी में आ पहुचे थे। वहां मौजूद
महिलाओं की मदद से चलती ट्रेन में ही बच्चे का जन्म हुआ। अगले स्टेशन यानी
जलपाईगुड़ी आते ही स्टेशन अधीक्षक सहित अन्य लोग इस नवजात बच्चे की स्वागत में
खड़े थे। माता और नवजात को तुरंत ही ट्रेन से उतारकर सावधानी के साथ जलपाईगुड़ी
सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया था। अस्पताल में माता और बच्चा दोनों ही स्वस्थ हैं।
चलती ट्रेन में जन्म के बाद माता और बच्चा अस्पताल में
इस बीच ग्रीन वैली स्वयंसेवी संस्था को इस परिवार की आर्थिक परेशानियों की जानकारी
होने के बाद संगठन के लोगों ने पहली खेप में पूरे परिवार के लिए गर्म कपड़ों का इंतजाम
किया। इस संगठन के सदस्य पप्पू शील ने बताया कि किसी माध्यम से उनकी परेशानी
की जानकारी पहुंचने के तुरंत बाद पहली जरूरत के हिसाब से गर्म कपड़े उपलब्ध करा
दिये गये हैं। अब अस्पताल के मदर एंड चाईल्ड केयर इकाई में भर्ती दोनों के साथ साथ
उसके पिता को भी आर्थिक मदद देने का काम चल रहा है। इस बीच इस परिवार की
परेशानी जानकर कई अन्य गैर सरकारी संस्थाएं और लोग भी उनकी मदद के लिए आगे
आये हैं।
Be First to Comment