-
नाथनगर और लालमटिया में रात्रि गश्ती चुस्त
-
महिला संतरी ने सबसे पहले द्वार पर रोका
-
ललमटिया में भी गश्ती दल सड़क पर तैनात
-
भागलपुर में पैदल गश्ती का क्रम अब भी जारी
दीपक नौरंगी
भागलपुरः नीतीश कुमार के निर्देशों का अब बिहार पुलिस गंभीरता से पालन कर रही है।
हाल ही में बिहार पुलिस में अनेक स्थानों पर अधिकारियों का स्थानांतरण भी किया गया
है, जिसका मकसद भी विधि व्यवस्था की स्थिति में सुधार करना था। उच्चाधिकारियों के
साथ अपनी बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश भी विधि व्यवस्था की स्थिति में
सुधार को लेकर ही था। इसी मुद्दे पर खुद मुख्यमंत्री दो बार बिहार पुलिस के मुख्यालय
आकर बैठक कर चुके हैं।
वीडियो में देखिये कैसी है मध्य रात्रि की पुलिस व्यवस्था
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देशों का कितना पालन हो रहा है, इसकी जांच
कल मध्य रात्रि में की गयी। शहर के दूर तथा सांप्रदायिक मामलों में अति संवेदनशील
माने जाने वाले नाथनगर थाना में अचानक पहुंचे इस संवाददाता ने पाया कि वहां की
पुलिस हर स्तर पर सतर्क है। भीषण कोहरे के बीच ही रात के करीब एक बजे जब यह
संवाददाता थाना के गेट पर पहुंचा तो अंदर प्रवेश करने के पहले ही उसे तैनात महिला
सुरक्षा कर्मी के चेतावनी सुनाई पड़े। उत्तर से संतुष्ट होने के बाद उस संतरी ने अंदर आने
दिया। रात्रि डियूटी में तैनात संतरी पूजा कुमारी अपनी जिम्मेदारी से वाकिफ है तथा
वर्तमान में वहां की व्यवस्था से भी संतुष्ट है। उसे तथा उसके साथ तैनात अन्य सशस्त्र
महिला पुलिस कर्मियो को भी संतरी की डियूटी में दो घंटे सतर्क होकर तैनात रहना पड़ता
है। नाथनगर थाना के अंदर मौजूद सब इंस्पेक्टर ने भी पूछे गये सवालों और थाना की
मुस्तैदी पर हर सवाल का संतोषजनक उत्तर दिया।
नीतीश कुमार के निर्देशों के असर को दोबारा जांचा गया
नाथनगर से भागलपुर लौटने के बीच ही ललमटिया थाना आता है। सड़क पर ललमटिया
थाना का गश्ती वाहन भी नजर आया। वहां रात्रि गश्ती पर सब इंस्पेक्टर सुभाष अपने
सहयोगियों के साथ मिले। इस इलाके में भी रात के डेढ़ बजे जब सारे लोग अपने अपने
घरों अथवा सुरक्षित इलाकों में सोए हुए थे तो बिहार पुलिस अत्यधिक कुहासे के बीच ही
अपनी गश्ती करती नजर आयी। यह गश्ती दल पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक रात
के दस बजे से सुबह तक गश्ती पर मौजूद रहेगा। वहां से लौटने के बाद भागलपुर शहर में
भी जो पैदल गश्ती की प्रथा चालू की गयी थी, उसकी भी अचानक ही जांच की गयी। इसमें
भी पाया गया कि जिस निर्देश के तहत इस पैदल गश्ती को चालू किया गया था, बिहार
पुलिस के अधिकारी और जवान पूरी जिम्मेदारी से उसका पालन कर रहे हैं।
Be First to Comment
You must log in to post a comment.