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नाथनगर बम कांड के जांच की गाड़ी आगे बढ़ी
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चार पन्ने के पत्र में कई बातों का उल्लेख है
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बारूदी सुरंग से विस्फोट करने की बात कही
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उल्लेखित नामों के बारे में भी छानबीन जारी
दीपक नौरंगी
भागलपुरः जमुई पुलिस लाइन को बम से उड़ा देने की धमकी का उल्लेख, उस पत्र में हैं,
जिसके बारे में पुलिस गोपनीयता बरत रही है। नाथनगर के रेलवे ट्रैक पर मिले बम के
पास से यह पत्र बरामद किया गया था। चार पन्ने के इस पत्र में कई बातों का उल्लेख हैं,
ऐसा सूत्रों का कहना है।
वीडियो में समझिये इसकी पूरी रिपोर्ट
राष्ट्रीय खबर को उपलब्ध दस्तावेजों के मुताबिक चार पन्ने का यह पत्र उस स्थान के
करीब ही था, जहां से रेलवे ट्रैक पर बम बरामद हुआ था। वैसे इस पत्र के मुताबिक
भागलपुर रेलवे स्टेशन को भी उड़ाने की बात कही गयी थी। यह उल्लेख भी प्रासंगिक होगा
कि गत 18 फरवरी को रेलवे ट्रैक पर दो डेटोरनेटर लगा हुआ बम मिलने के अगले ही दिन
भागलपुर रेलवे स्टेशन के करीब ही जीआरपी के थाना प्रभारी की गाड़ी में रहस्यमय तरीके
से आग लग गयी थी। उसी समय से आम जनता में इन दोनों घटनाओं को लेकर तरह
तरह के सवाल उठने लगे थे। लगातार इन दो घटनाओं ने पुलिस मुख्यालय में बैठे कई
पुलिस के सीनियर अधिकारियों को भी चौकन्ना कर दिया था। शुक्रवार को रेल एसपी
आमिर जावेद ने बताया कि नक्सली और आतंकी के बिंदु पर पुलिस अपनी जांच कर रही
है। मामले को गोपनीय तरीके से जांच की जा रही है। नक्सलियों को संबोधित इस पत्र में
कई ऐसी बातों का उल्लेख हैं जो नक्सली संपर्क का खुलासा करते हुए मालूम पड़ते हैं। इसी
वजह से शायद पुलिस की तरफ से इस मामले में काफी गोपनीयता बरती जा रही है।
जमुई पुलिस लाइन के अलावा बहुत कुछ लिखा है इसमें
अब जो पत्र सामने आया है उसमें बिहार में सक्रिय माओवादी संगठन के कई प्रमुख
नेताओं का भी उल्लेख होने की वजह से इसमें लिखी बातों को हल्के में नहीं लिया जा
सकता है। पत्र में लिखे वाक्यों के मुताबिक किसे कहां क्या करना है और इन हमलों की
जिम्मेदारी कैसे निभानी है,उसका भी उल्लेख चार पन्नेके इस पत्र में है। पत्र में हथियार,
गोलियां और विस्फोट के लिए बारूद जुटाने तक का उल्लेख किया गया है। इससे स्थिति
की गंभीरता का पता भी चल जाता है। इसमें जिन लोगों के नामों काखुलासा हुआ है, उनके
बारे में भी अब पुलिस जानकारी जुटा रही है। इन सभी तथ्यों की वजह से भी जमुई पुलिस
लाइन और भागलपुर रेलवे स्टेशन को उड़ाने की बात को अब पुलिस न तो नजरअंदाज
कर रही है और ना ही जांच पूरी होने तक इस बारे में औपचारिक तौर पर कोई जानकारी
देने के मूड में ही दिखाई दे रही है।
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