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बड़े कार्गो जहाज से टकरा गयी थी यह नाव
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इस नाव में पचास से अधिक लोग सवार थे
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मौसम खराब होने की वजह से राहत में देरी
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लॉकडाउन से घर लौटने वालों की शामत आयी
अमीनूल हक
ढाकाः नारायणगंज के शीतलक्खा नदी में एक नाव दुर्घटना में 27 लोग मारे गये हैं।
रविवार की शाम यह नाव क्षमता से अधिक यात्रियों को लेकर मुंसीगंज की तरफ रवाना
हुई थी। नदी में चलते वक्त ही अचानक यह नाव वहां से माल लेकर गुजरते एक बड़े कार्गो
जहाज से टकरा गयी। अचानक हुई इस टक्कर ने नाव पलट गयी थी। उस पर सवार
पचास से अधिक लोग नदी में गिर गये थे। इनमें से कुछ लोग किसी तरह तैरकर किनारे
तक पहुंचने में कामयाब हुए हैं। इस बात की सूचना मिलते ही कोस्ट गार्ड और दमकल
विभाग के कर्मचारी भागे भागे वहां पहुंचे थे। अंधेरा होने की वजह से कल सिर्फ पांच शव
ही निकाले जा सके थे।
हादसे के वक्त आये तूफान का वीडियो यहां देखें
इस दौरान इलाके में अचानक से आंधी तूफान तेज होन की वजह से भी राहत अभियान
को रोकना पड़ा था। आज सुबह से फिर से बचाव और राहत अभियान प्रारंभ होने पर पानी
में उल्टे नाव को सीधा कर निकाला गया। उसके नीचे दबे शवों को एक एक कर निकालने
का काम उसके बाद ही प्रारंभ हुआ। इसी दौरान आज 22 और शव बरामद किये गये है ।
नारायणगंज इलाके से शेष 22 शव आज बरामद किये गये
नारायणगंज के सदर अनुमंडलाधिकारी नाहिदा बारीक ने कहा कि कयलाघाट इलाके से
साबित अल असद नाम का कार्गो जहाज से यह यात्रीवाही नाव टकरा गयी थी। इस बीच
मरने वालों में एक शिशु और पंद्रह महिलाओं के शव पाये गये हैं। इन शवों को जिला
प्रशासन के सुपुर्द कर दिया गया है। मृतकों की पहचान होने के बाद उनके परिचनों को शव
सौंपे जाएंगे। वैसे इस हादसे में नौ लोग और लापता भी बताये जा रहे हैं। उन लापता लोगों
की तलाश का काम भी अभी जारी है। पूरे मामले की जांच के लिए अतिरिक्त जिला
मजिस्ट्रेट खादिजा ताहेरी के नेतत्व में एक सात सदस्यीय जांच कमेटी का भी गठन किया
गया है।
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