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पहली बार शिवसेना मंत्री का नाम भी सामने आया
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वहां के बार और रेस्तरां से वसूली करने का था दबाव
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सभी के जायदाद के विवरण भी अब सामने आने लगे है
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परमवीर सिंह भी दूध के धूले हुए नजर तो नहीं आ रहे हैं
विशेष प्रतिनिधि
मुंबईः लेटर बम फटा तो अनिल देशमुख के साथ साथ अब शिवसेना नेता अनिल परब भी
इसकी चपेट में आ गये हैं। एनआईए की जांच में सचिव बाझे ने पत्र लिखकर नेताओं
द्वारा उनपर वसूली के लिए दबाव बनाने की बात कही गयी है। इस पत्र क मुताबिक सिर्फ
अनिल देशमुख ही नहीं बल्कि शिवसेना के नेता और राज्य के मंत्री अनिल परब भी पैसा
लाने के लिए दबाव डालते थे। इस बीच परमवीर सिंह सहित सभी चर्चित लोगों की अर्जित
संपत्ति का विवरण भी सामने आने लगा है। इसके मुताबिक प्रथमदृष्टया मुंबई के पूर्व
पुलिस कमिशनर की संपत्ति भी काफी अधिक है। सचिन बाझे द्वारा एनआईए को लिखे
गये पत्र में यह कहा गया है कि अनिल देशमुख ने उनसे दो करोड़ रुपये की मांग करते हुए
यह कहा था कि अगर यह पैसा उन्हें मिल जाता है तो वह एनसीपी नेता शरद पवार को
सचिव बाझे को नौकरी में वापस लाने के लिए मना लेंगे। इसी लेटर बम के मुताबिक श्री
पवार सचिव को दोबारा लाने के फैसले के खिलाफ थे। सचिन बाझे के पत्र के मुताबिक वह
अनिल देशमुख से सहयात्री गेस्ट हाउस में भी मिले थे। जहां पर उनसे मुंबई के 1650 बारों
और रेस्तराओं से पैसा वसूलने को कहा गया था। सचिन के मुताबिक उन्होंने तब भी यह
स्पष्ट कर दिया था कि वह ऐसा नहीं कर पायेंगे और वैसे भी यह काम उनकी जिम्मेदारी
के बाहर का है। इसके बाद जनवरी 2021 में भी उनकी मुलाकात हुई थी। इस मुलाकात के
वक्त मंत्री का पीए कुंदन भी वहां मौजूद था।
लेटर बम में मुलाकात का विस्तार से उल्लेख है
यहां पर भी यह कहा गया था कि मुंबई के हर बार से तीन से साढ़े तीन लाख रुपये लिये
जाएं। बाझे के पत्र के मुताबिक दूसरे मंत्री और शिव सेना नेता अनिल परब ने भी उनसे
यही मांग की थी। अनिल परब ने उससे सइफा बुरहानी अपलिफ्टमेंट ट्रस्ट से 50 करोड़
रुपया मांगने को कहा था क्योंकि इस ट्रस्ट के खिलाफ कोई जांच चल रही है। इस बीच यह
खुलासा हो रहा है कि परमवीर सिंह के पास हरियाणा में खेती की जमीन होने के बाद मुंबई
के जुहू इलाके में फ्लैट है। इसकी वर्तमान कीमत साढ़े चार करोड़ से अधिक है। श्री सिंह के
मुताबिक उन्होंने इसे 48.75 लाख रुपये में खरीदा था। करीब सवा दो लाख रुपया मासिक
वेतन पाने वाले परमवीर सिंह के पास 3.त60 करोड़ का एक फ्लैट नवी मुंबई में भी है।
चंडीगढ़ में उनका जो अपना घर है वह चार करोड़ रुपये की है लेकिन यह उनके और उनके
दो भाइयों के नाम पर है। गृहमंत्री पद से इस्तीफा देने वाले अनिल देशमुख के पास भी
करोड़ो की संपत्ति है। इन दोनों ने अपने फ्लैट बहुत सस्ते में खरीदने की जानकारी
सरकार को दी है। उधर मामले में फंसे और लेटर बम फोड़ने वाले सचिव बाझे के पास तीन
कंपनियां और आठ गाड़ियां हैं। उनकी कंपनी में शिवसेना के दो नेता भी पार्टनर है। इसी
क्रम में अमिताभ गुप्ता की संपत्ति भी चर्चा में आ गयी है। कई घोटालों की वजह से
हटाकर पुणे के पुलिस कमिशनर बनाये गये अमिताभ गुप्ता की संपत्ति करीब साढ़े
उन्नीस करोड़ की आंकी गयी है।
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