रांची : चारा घोटाले में सजायाफ्ता लालू प्रसाद यादव कोरोना के संक्रमण से सुरक्षित हैं।
उनका इलाज कर रहे डॉ। उमेश प्रसाद समेत 23 डॉक्टरों और स्वास्थ्यकर्मियों की कोरोना
जांच रिपोर्ट बुधवार को निगेटिव आई है। सोमवार को डॉ। उमेश प्रसाद के वार्ड में कोरोना
पॉजिटिव मरीज के मिलने के बाद डॉक्टरों को होम क्वारंटिन होना पड़ा था। साथ ही सभी
डॉक्टरों का जांच सैंपल लिया गया था। बुधवार को सबकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। ऐसे में
अब लालू प्रसाद के कोरोना संक्रमण की जांच नहीं कराई जाएगी। दुसरी तरफ रेलवे
स्टेशन के पास का जो साधु 27 अप्रैल को कोरोना पॉजिटिव पाया गया, वह तीन सप्ताह से
डॉ उमेश प्रसाद के वार्ड में भर्ती था। मानसिक रूप से अस्वस्थ इस साधु को रिनपास में
भर्ती कराया जाना था। इससे पहले 22 अप्रैल को उसका सैंपल लिया गया, जो पॉजिटिव
आया। सैंपल लेने के बाद साधु रिम्स में यहां-वहां भटक रहा था। एक बार रिम्स अधीक्षक
के ऑफिस भी पहुंच गया था। गार्ड ने बड़ी मुश्किल से उसे वार्ड तक पहुंचाया था। साधु के
पॉजिटिव मिलने के बाद डॉ। उमेश प्रसाद समेत उनके यूनिट के सभी डॉक्टरों और नर्सों
का सैंपल लिया गया था। औषधि विभाग के वार्ड को भी सैनिटाइज किया गया है।
चारा घोटाले के दोषी लालू को पैरोल पर रिहा करने को लेकर राजद ने दिया धरना
राष्ट्रीय जनता दल के प्रदेश महासचिव डॉ चक्रपाणि हिमांशु अपने आवास श्रीरामपुर,
अकबरनगर भागलपुर में राष्ट्रीय जनता दल के राष्ट्रीय अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव रांची
जेल यानी रिम्स रांची में इलाजरत, को पैरोल पर रिहा करने के लिए एक दिवसीय धरना
दिया जिसमें लॉकडॉन एवं सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया गया। धरना पर बैठे राष्ट्रीय
जनता दल के प्रदेश महासचिव डॉ चक्रपाणि हिमांशु ने कहा कि रांची रिम्स में राजद
अध्यक्ष श्री लालू प्रसाद यादव का इलाज करने वाले डॉक्टर का कोरोना संक्रमित वार्ड में
ड्यूटी लगा है। वहां पर कोरोना संक्रमित मरीज मिला है। जिसमें बिहार और झारखंड एवं
देश की जनता की स्थिति बेहद तनावपूर्ण एवं चिंताजनक बनी है। जिससे लोगों के बीच
काफी आक्रोश व्याप्त है। हिमांशु ने कहा कि लालू प्रसाद यादव की उम्र 72 वर्ष है। इस उम्र
में किडनी, हार्ट, शुगर और क्रॉनिकल जैसे बीमारी से जूझते हुए कोरोना जैसे संक्रमित
महामारी के लिए अधिक असुरक्षित है इसीलिए अत्यधिक सुरक्षा और सावधानी चाहिए।
उच्चतम न्यायालय ने 70 वर्षीय से अधिक उम्र के लोग जो जेल में बंद हैं उसे रिहा करने
की बात कही है। लालू प्रसाद यादव राजनीतिक कैदी हैं। इनको साजिश के तहत फंसाया
गया है। लालू प्रसाद यादव जी व्यक्ति नहीं विचार हैं। व्यक्ति को कैद किया जा सकता है
लेकिन उनके विचारों को नहीं। इस धरना कार्यक्रम में अंजीत कुमार, रंजीत कुमार, हर्ष
कुमार, सुमन कुमार, राकेश कुमार, प्रीतम कुमार, बृजेश कुमार, भोला यादव, कुणाल
कुमार एवम मृत्युंजय कुमार आदि कई राजद पार्टी के लोग उपस्थित थे।
[…] […]
[…] से मुक्त मिले। सभी 5 मरीजों में 3 राजधानी रांची के रहने वाले […]
[…] : लालू यादव की स्वास्थ्य स्थिति समान्य हो गयी है […]