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कॉलेज का छात्र इससे अपनी पढ़ाई पूरी कर रहा
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कोरोना के दौरान परिवार के लिए कर्ज लिया था
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उसके जैसे अनेक छात्रों की पढ़ाई का यही आसरा
ब्यूरो प्रमुख
पटनाः कुल्हड़ की चाय सोशल मीडिया की बदौलत काफी चर्चित हो चुका है तो अब पटना
स्टेशन के पास आपको एक सुविधा उपलब्ध हो गयी है। पटना राजधानी रेलवे स्टेशन
चौक के फ्लावर के नीचे पटना के देवानंद गुप्ता उम्र 21 साल है जो बीए पार्ट 2 का छात्र है
एलबीएस कॉलेज पटना में। स्टेशन चौक पर यही कुल्हड़ की चाय बेचकर अपनी पढ़ाई कर
रहा है। इसी कमाई से अपना परिवार चलाता है तीन भाई हैं मां पिताजी हैं।
वीडियो में देखिये इसकी पूरी रिपोर्ट
पटना के कुम्हरार महेंद्रु पटना का रहने वाला है कोरोना महामारी में करीब बीस हजार
उधार लेकर अपने परिवार का भरण पोषण किया। देर रात्रि उसकी दुकान पर कुल्हड़ चाय
के शौकीन आते हैं। वैसे जैसे जैसे यह जानकारी और प्रसारित होगी, यहां पर इस खास
किस्म की चाय का आनंद लेने और लोग भी आयेंगे, ऐसी उम्मीद है। जीवन के संघर्ष और
कोरोना की चुनौतियों के बीच चर्चा में जब बात आगे बढ़ी तो उन्होंने ही बताया कि इस
तरीके से पार्ट टाइम रोजगार से अपनी पढ़ाई पूरी करने वाले वह अकेले शख्स नहीं है।
उनकी जान पहचान के हजारों छात्र इसी तरह से संघर्ष कर रहे हैं।
कुल्हड़ की चाय बेचते युवक का सवाल ही सरकार की चुनौती
उन्होंने कहा कि पढ़ाई पूरी करने का मकसद तो यही है कि कहीं नौकरी मिले। लेकिन
नौकरी मिलती कहां है। उसके इस कथन ने फिर से नीतीश कुमार की सरकार को उन्हीं
सवालों के घेरे में लाकर खड़ा कर दिया, जो आने वाले दिनों में इस सरकार के लिए सबसे
बड़ी चुनौती बनने जा रहे हैं। महागठबंधन की तरफ से तेजस्वी यादव ने यह एलान किया
था कि मुख्यमंत्री बनने के बाद पहली कैबिनेट में वह राज्य में दस लाख सरकारी नौकरी के
प्रस्ताव पर ही हस्ताक्षर करेंगे। राजग की तरफ से इस दावेदार का पहले तो मजाक उड़ाया
गया। लेकिन जब इस घोषणा के चुनावी असर की समीक्षा की गयी तो आनन फानन में
राजग की तरफ से 19 लाख रोजगार देने का एलान किया गया। अब बिहार का युवा इसी
रोजगार की दिशा में नीतीश सरकार की पहल की बेसब्री से प्रतीक्षा कर रहा है। उसके बीच
ही देवानंद जैसे युवक कुल्हड़ की चाय बेचकर अपनी जीवन संघर्ष जारी रखे हुए हैं।
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