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मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने किया अभियान का उदघाटन
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राज्य सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं में विकास पर गंभीर
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स्वास्थ्य मंत्री बन्ना गुप्ता और विधायक समरी लाल मौजूद
संवाददाता
रांचीः राज्य में प्लाज्मा डोनेशन का पहला केंद्र आज रिम्स में चालू हो गया। राज्य के
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने विधिवत फीता काटकर इस केंद्र का उदघाटन किया। उदघाटन
के वक्त वहां कोरोना की जंग जीत चुके एक मरीज ने प्लाज्मा डोनेट कर अभियान की
शुरुआत भी कर दी। खुद मुख्यमंत्री ने उस प्लाज्मा दाता से भी बात कर जानकारी ली।
वीडियो में देखिये मुख्यमंत्री का यह कार्यक्रम
रिम्स के इस प्लाज्मा डोनेशन केंद्र के माध्यम से ही झारखंड में कोरोना के ईलाज में
प्लाज्मा पद्धति को भी आजमाये जाने की शुरुआत होगी। दिल्ली सहित कई अन्य
स्वास्थ्य केंद्रों में इस विधि से पहले से ही ईलाज हो रहा है। कुछ मामलों में इससे लोगों को
फायदा भी हुआ है। दरअसल अब तक की जानकारी के मुताबिक कोरोना से पीड़ित मरीज
के शरीर के अंदर ही कोरोना का प्रतिरोधक तैयार हो जाता है। इसी प्रतिरोधक शक्ति को
दूसरे मरीज तक प्लाज्मा के जरिए पहुंचाना ही प्लाज्मा पद्धति से कोरोना का उपचार है।
किसी भी ठीक हो चुके कोरोना मरीज के शरीर में मौजूद प्रतिरोधक जब प्लाज्मा की
बदौलत किसी दूसरे मरीज के शरीर में पहुंचता है तो उसके शरीर में भी प्रतिरोधक तैयार
होने की प्रक्रिया तेज हो जाती है। इससे मरीज तेजी से कोरोना को परास्त करता है।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस केंद्र का उदघाटन करने के बाद वहां मौजूद चिकित्सकों से
भी इसके बारे में जानकारी हासिल की। वहां मौजूद विशेषज्ञों ने भी इस केंद्र में स्थापित
उपकरणों और ईलाज की विधि के बारे में उन्हें जानकारी दी।
राज्य में प्लाज्मा परीक्षण के अलावा भी सुविधाएं बढ़ेंगी
इस मौके पर वहां मौजूद लोगों और मीडिया को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि
प्लाज्मा परीक्षण से कोरोना को परास्त करने की यह कोशिश मौजूद विशेषज्ञों की मेहनत
से कामयाब होगी। उन्होंने कहा कि सरकार कोरोना के खिलाफ जारी जंग में कोई ढील
नहीं दे रही है। इसी वजह से चंद छोटी मोटी घटनाओँ को छोड़कर अब तक सारे प्रयास
सही दिशा में जाते हुए नजर आ रहे हैं। समय के साथ साथ कदम मिलाते हुए राज्य
सरकार जब जैसी जरूरत होगी, वैसा काम करेगी और जनता को कोरोना से मुक्त कराने
के लिए हर संभव प्रयास भी करेगी।
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