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मुक्तियुद्ध में भारत के योगदान को फिर याद किया हसीना ने
अमीनूल हक
ढाकाः भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन के शुभेच्छा संदेश को लेकर भारतीय
उच्चायुक्त रिभा गांगुली दास ने आज बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना से भेंट की।
उन्होंने भारतीय प्रधानमंत्री का संदेश देने के साथ साथ अपने वहां से लौटने के पूर्व अंतिम
बार औपचारिक भेंट भी की। इस मुलाकात में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने
फिर से बांग्लादेश के मुक्तियुद्ध में भारतीय योगदान को याद किया। दूसरी तरफ श्री मोदी
ने अपने शुभेच्छा संदेश में कहा है कि शेख हसीना के नेतृत्व में बांग्लादेश ने उल्लेखनीय
प्रगति की है। दोनों देशों के रिश्तों के सुधार में भी उनकी उल्लेखनीय भूमिका रही है। ढाका
के गणभवन में आयोजित इस मुलाकात में श्री मोदी का संदेश पाने के दौरान ही शेख
हसीना ने मुक्तियुद्ध को याद किया। उन्होंने कहा कि वर्ष 1971 के उस संकट के दौर में
भारत पूरी मजबूती के साथ बांग्लादेश की जनता के साथ खड़ा था, इस बात को कभी
भूलाया नहीं जा सकता है।
भारतीय प्रधानमंत्री के संदेश के बीच पुरानी बातों को याद किया
भारतीय उच्चायुक्त ने इस मुलाकात के दौरान बंगबंधु शेख मुजीबुर रहमान के 1972 के
भारत दौरे की कुछ दुर्लभ तस्वीरें भी शेख हसीना को भेंट की। इस भेंट में बांग्लादेश की
प्रधानमंत्री ने सुश्री दास के कार्यकाल में भारत के साथ रिश्ते में सुधार पर उनकी भूमिका
की तारीफ की। इस क्रम में अगले मंगलवार को दोनों देशों के विदेश मंत्रियो की वीडियो
कांफ्रेंसिंग से होने वाले बैठक पर भी चर्चा की गयी। प्रधानमंत्री शेख हसीना ने कहा कि
दक्षिण एशिया के इस क्षेत्र में रहने वालों की स्थिति में सुधार के लिए दोनों ही देशों को
मिलकर काम करने की जरूरत है। भारतीय उच्चायुक्त ने कहा कि भारत का पड़ोसियों के
साथ जो संबंध है, उसमें बांग्लादेश शीर्ष प्राथमिकता सूची में है। इसलिए दोनों देशों को
आपसी रिश्तों में निरंतर सुधार के लिए प्रयास करने की जरूरत है।
इस बैठक में मुक्तियुद्ध की स्वर्णजयंती एवं अन्य आयोजनों पर भी दोनों के बीच बात
चीत हुई है। इस बीच यह जानकारी भी सार्वजनिक हुई है कि शेख हसीना के जन्मदिन पर
चीन की कम्युनिस्ट पार्टी ने भी उन्हें बधाई संदेश प्रेषित किया है। भारतीय उच्चायुक्त के
साथ इस बैठक में प्रधानमंत्री के मुख्य सचिव डॉ अहमद कायकाउस एवं ढाका में भारतीय
उप उच्चायुक्त विश्वदीप दे भी मौजूद थे।
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