-
एक कदम भी आगे बढ़े तो अब फायरिंग होगी
-
अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न अंग
-
एलएसी पोस्ट पर एक कदम भी आगे नहीं
-
हमारी तरफ आये तो गोलियां अवश्य चलायेंगे
भूपेन गोस्वामी
गुवाहाटी: भारतीय सेना ने चीन को चेतावनी दी कि अगर अरुणाचल प्रदेश के एलएसी
पोस्ट पर एक कदम भी आगे बढ़ा तो परिणाम भयानक होगा। तेजपुर मुख्यालय के
जीओसी गजराज वाहिनी लेफ्टिनेंट जनरल शांतनु दयाल ने आज कहा कि अरुणाचल
प्रदेश देश के अभिन्न हिस्से रहे हैं, हैं और रहेंगे और चीन को उसके बारे में ना बोलने से
अच्छा होगा। उन्होंने कहा कि,”भारतीय नेता समय-समय पर अरुणाचल जाते रहते हैं
और ये दौरे भारत के बाक़ी के राज्यों की तरह ही हैं. अरुणाचल प्रदेश भी हमारा रुख कई
बार स्पष्ट किया जा चुका है। अरुणाचल प्रदेश भारत का अभिन्न और अविभाज्य हिस्सा
है। यह बात चीनी पक्ष को सर्वोच्च स्तर तक कई बार स्पष्ट रूप से बताई जा चुकी है।
उन्होंने कहा कि ‘सैनिकों की वापसी की प्रक्रिया जटिल है जिसमें प्रत्येक पक्ष को उसके
सैनिकों को एलएसी से उनकी नियमित चौकियों पर भेजना होता है।” उन्होंने कहा, ”इस
लक्ष्य की प्राप्ति के लिए दोनों पक्ष मतभेदों को विवाद में नहीं बदलने देने तथा वास्तविक
नियंत्रण रेखा पर टकराव के सभी बिंदुओं से सैनिकों की पूरी तरह वापसी के परस्पर
स्वीकार्य समाधान की दिशा में काम करने व भारत-चीन सीमा क्षेत्रों में शांति बहाली के
लिहाज से हमारे रक्षा मंत्रालय और गृह मंत्रालय के मार्गदर्शन पर आधारित संवाद के
वर्तमान माहौल को बनाये रखेंगे।’
भारतीय सेना ने इस इलाके में बेहतर तैयारी रखी है
हालांकि, चीन के विदेश मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा था कि चीन समानता और
मैत्रीपूर्ण बातचीत के आधार पर उचित और तर्कसंगत समाधान की वकालत करता है।
उन्होंने कहा कि भारत-चीन सीमा मुद्दों पर चीन का रुख, पूर्वी पक्ष से संबंधित विवादों
सहित, सुसंगत और स्पष्ट रहा है।चीन ने कहा था कि अरुणाचल प्रदेश एक विवादित क्षेत्र
है और यहां किसी भी तरह की गतिविधि सीमा के सवालों को जटिल बना सकती है,
इसलिए इसका भारतीय सेना को ध्यान रखना चाहिए। इस बयान के बाद लेफ्टिनेंट
जनरल शांतनु दयाल ने आज कहा कि’ अरुणाचल प्रदेश में मैकमोहन लाइन पर
वास्तविक नियंत्रण रेखा पर वृद्धि के बीच, भारतीय सेना ने चीन को चेतावनी दी है कि
अगर पीपुल्स लिबरेशन आर्मी के जवानों ने हमारी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर आने की
कोशिश की, तो भारतीय सेना के सैनिक आत्मरक्षा के साधन होंगे आत्मरक्षा में फायरिंग।
कहा है कि ”यदि चीन के सैनिक हमारी पोस्ट पर आते हैं तो हमारी सेना के जवान सेल्फ
डिफेंस में गोलियां चलाएंगे।
[subscribe2]
[…] जैश-ए-मोहम्मद की सक्रियता के बारे में भारतीय सेना को पुख्ता […]
[…] भारतीय सेना के अधिकारी ने कहा कि उल्फा के प्रमुख […]