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सीएम तक सूचना पहुंची तो नप गये दो पुलिस वाले
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सोशल मीडिया में तस्वीर हुई थी वायरल
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जानकारी मिलने पर भड़क गये थे सीएम
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पुलिस मुख्यालय ने तत्काल आदेश निकाला
ब्यूरो प्रमुख
भागलपुरः बेटे की लाश को कंधे पर लेकर उसे पैदल ही चलना पड़ा। पुलिस की तरफ से
इस लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजने का कोई प्रबंध नहीं किया गया था। मुख्यमंत्री
नीतीश कुमार तक किसी माध्यम से जब ऐसी बेरुखी की सूचना मिली तो वह आग बबूला
हो उठे। वह पहले से ही बिहार की विधि व्यवस्था की स्थिति को लेकर बहुत अधिक नाराज
चल रहे हैं।
वीडियो में समझ लीजिए क्यों नाराज हुए नीतीश कुमार
मुख्यमंत्री के निर्देश पर इस मामले में अवर निरीक्षक राजदेव रमन और अवर निरीक्षक
नंदलाल चौधरी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। मुख्यमंत्री के तीखे तेवर
को भांपते हुए आनन फानन में पुलिस मुख्यालय से दोनों अफसरों के निलंबन का आदेश
भी संबंधित जिलों को भेज दिया गया है।
दरअसल नवगछिया के गोपालपुर थाना के तीनटंगा गांव निवासी तेजू यादव का पुत्र
अचानक लापता हो गया था। इसके लापता होने की सूचना थाना में दर्ज करायी गयी थी।
गत 3 मार्च को उसकी क्षत विक्षत लाश गंगा में बरामद की गयी। समझा जाता है कि गंगा
पार करने के दौरान ही वह डूब गया था। इस वजह से उसकी लाश बहकर आगे निकल गयी
थी। लाश को कटिहार के खेरिया गंगा घाट के पास से बरामद किया गया था। आपसी
सूचना के आधार पर स्थानीय पुलिस वहां पहुंची और लापता 13 वर्षीय बालक के पिता भी
भागे भागे वहां गये। लाश को पोस्टमार्टम के लिए भेजने के लिए पुलिस की तरफ से कोई
इंतजाम नहीं किया गया। मजबूरी में पिता एक प्लास्टिक के बोरे में लाश को भरकर पैदल
ही उसे ढोते हुए थाना पहुंचा।
बेटे की लाश ढोने की सूचना सोशल मीडिया में वायरल हुई
इस बीच सोशल मीडिया पर इस घटना की सूचना सार्वजनिक होने के बाद बिहार के
मुख्यमंत्री तक इसकी जानकारी पहुंची थी। इस स्थिति को देखकर पहले से ही नाराज चल
रहे नीतीश कुमार आग बबूला हो गये थे, ऐसा बताया जाता है। उनके निर्देश पर गोपालपुर
थाना के पुलिस अवर निरीक्षक राजदेव रमन और कुर्सेला थाना के सहायक अवर निरीक्षक
नंदलाल चौधरी को इस चूक के लिए जिम्मेदार माना गया है। मुख्यमंत्री के सीधे हस्तक्षेप
पर एसडीपीओ कटिहार सदर ने इस मामले की जांच कर इन दोनों अधिकारियों की गलती
की रिपोर्ट दी है। इसी रिपोर्ट के आधार पर दोनों अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से
निलंबित कर दिया गया है। पुलिस मुख्यालय की तरफ से जारी सूचना में यह उल्लेख
किया गया है कि बिहार पुलिस मानवाधिकारों के संरक्षण के लिए प्रतिबद्ध है। इसलिए इस
किस्म की लापरवाही की कोई सूचना सामने आने पर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ
तत्काल कार्रवाई की जाएगी।
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