गुमलाः नक्सल प्रभावित इलाकों में खुद एसपी पहुंचे, यह बात भी वहां के लोगों को हैरान
कर जाती है। लेकिन यह एक नहीं कई बार हो चुका है। ऐसे उग्रवाद पीड़ित इलाकों में
गुमला के एसपी दीप पी जर्नादन खुद ही जाते हैं। मोटरसाइकिल पर हथियारबंद टुकड़ी
देखकर ग्रामीणों से सहम जाना स्वाभाविक है लेकिन इसके बाद जब बात चीत होने लगती
है तो धीरे धीरे लोग भी एसपी के करीब आते हैं और उनकी बातों को गंभीरता से सुनते हैं।
वैसे इस किस्म के दौरों में एसपी बच्चों से खास तौर पर घुल मिल जाते हैं। अपने साथ वह
सभी के काम की चीज भी ले जाते हैं। वह सिर्फ जाते ही नहीं हैं बल्कि वह ग्रामीणों से
लगातार घुलते मिलते हुए उनसे सीधा संवाद स्थापित करने में सफल हो रही है। अपने इन
दौरों में एसपी जर्नादन ने लोगों को बार बार समझाया है कि नक्सली, उग्रवादी व
अपराधियों की कोई जात धर्म नहीं होता है। ये लोग सिर्फ अपने बारे में सोचते हैं। ये लोग
अपने गांव-घर, समाज व देश दुनिया के लिए खतरा है। इसलिए ऐसे लोगों को खुलेआम
घूमते हुए छोड़ नहीं सकते। इन नक्सलियों को या तो मारना पड़ेगा या फिर पकड़कर जेल
भेजना पड़ेगा। एसपी गतदिनों घोर नक्सल प्रभावित गांवों का दौरा कर रहे थे। एसपी ने
उग्रवाद प्रभावित क्षेत्र माड़ापानी, सरगांव, पीपी बामदा, कुटमा, मड़वा, आंजन गांव का
दौरा किये। इन गांवों के ग्रामीणों से रूबरू हुए। गांव में बैठक किये। ग्रामीणों से रूबरू होते
हुए नक्सलियों की सूचना देने की अपील की। मौके पर युवाओं को खेल सामग्री, छात्रों का
बैग व वृद्धों को धोती, लुंगी व साड़ी का वितरण किया गया।
नक्सल प्रभावित गांवों के अभिभावकों को समझाया
खिलाड़ियों को फुटबॉल व बॉलीबॉल दिया गया। एसपी ने खिलाड़ियों से कहा कि आप खेल
के क्षेत्र में अपनी प्रतिभा के बूते आगे बढ़ने का प्रयास करे। अगर कहीं जरूरत है तो आप
पुलिस से मदद लें। पुलिस आपकी सेवा में सदा तत्पर है। वहीं बच्चों से पढ़ने लिखने के
लिए कहा। एसपी ने कहा कि खाली समय व खाली दिमाग शैतान का होता है। इसलिए
आप युवा व छात्र हर समय आगे बढ़ने व पुस्तकों का अध्ययन करें। खेल का लगातार
अभ्यास करें। मां-पिता के साथ खेतों में हाथ बंटाये। आप कृषि के क्षेत्र में भी बेहतर कर
सकते हैं। जरूरत है आप अपने माता पिता के साथ रहकर खेतीबारी का हुनर सीखे।
जिससे आप कृषि के क्षेत्र में क्रांति लाते हुए एक बेहतर कृषक बन सके। एसपी ने गांव के
लोगों से अपील किया है कि वे नक्सलियों को शरण न दें। नक्सली जिस थाली में खाते हैं।
उसी थाली को छेद करते हैं। आज आप ग्रामीण नक्सलियों को आश्रय दे रहे हैं। खाना
खिला रहे हैं। लेकिन जब आपकी जरूरत नहीं पड़ेगी तो वे पहले आप ग्रामीणों को नुकसान
पहुंचायेंगे। एसपी ने कहा कि इनामी नक्सली बुद्धेश्वर उरांव, रंथु उरांव, लजीम अंसारी व
अन्य उग्रवादियों की जो भी सूचना है।
पुलिस को दें। सूचना देने वालों का नाम गुप्त रखेंगे
साथ ही सूचना देने वालों को इनाम की नकद राशि दी जायेगी। एसपी ने कहा कि अगर
आज गांवों का विकास नहीं हुआ है तो इसके पीछे इन्हीं नक्सलियों का हाथ है, जो विकास
योजनाओं में लेवी की मांग को लेकर काम बाधित करते रहते हैं। इसलिए ऐसे लोगों को
हम छोड़ नहीं सकते हैं। मौके पर एएसपी बृजेंद्र कुमार मिश्रा, सैट के जवान, पुलिस बल के
जवान मौजूद थे।
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