- राजद विधायकों ने जमकर की टोका-टोकी
- आरोप लगाया अधिकतर सुविधाएं नालंदा जिले को
- अन्य जिलों की उपेक्षा का आरोप भी प्रतिपक्ष ने लगाया
पटना : वित्तीय वर्ष 2021-22 का बजट डिप्टी सीएम सह वित्त मंत्री तारकिशोर प्रसाद ने
आज पेश किया। वित्त मंत्री विधान सभा में बजट भाषण पढ़ रहे थे तभी राजद के सदस्यों
ने टोका टोकी शुरु कर दी। वित्त मंत्री ने अपने भाषण में उल्लेख किया कि राजगीर में
स्पोर्टस कंप्लेक्श के अलावे खेल विवि की स्थापना की जाएगी। इसके बाद राजद के
सदस्य सवाल खड़े करने लगे। राजद विधायक भाई वीरेन्द्र ने कहा कि सब कुछ नालंदा में
ही स्थापित होगा। मुख्यमंत्री के जिले में ही सारा संस्थान आखिर क्यों खोला जा रहा है।
इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने राजद सदस्यों को शांत रहने को कहा। टोका टोकी के बीच
वित्त मंत्री का भाषण जारी रही। राजद के सदस्यों का सीधा आरोप था कि प्राय सभी बजट
में सरकार नालंदा जिले को खास तवज्जो देती है। इस बार भी यह बात उजागर हो गई है ।
उन्होंने कहा कि नालंदा जिले में विकास के कई कार्य किए गए हैं । वहां के लोगों को पिछले
16 साल से नौकरी में भी खासतौर पर परोक्ष अपरोक्ष तौर पर प्राथमिकता दी जा रही है
जबकि अन्य जिलों के लोगों को भगवान के भरोसे छोड़ दिया गया है। अपने बजट भाषण
में वित्त मंत्री बजट की तमाम बातों का उल्लेख किया। डिप्टी सीएम ने कोरोना काल में
बिहार सरकार द्वारा किये गए कामों का उल्लेख किया।
वित्तीय वर्ष 2021-22 में कोरोना की वजह से भारी परेशानी हुई
बजट भाषण में तारकिशोर प्रसाद ने कहा कि कोरोना संकट की वजह से भारी परेशानी हुई
, लेकिन सरकार ने बिहार के लोगों को हर तरह से मदद की है। चाहे बाहर फंसे बिहारी हों
या राज्य में रह रहे गरीब सबका ख्याल रखा गया। लेकिन वित्त मंत्री राजद एवं प्रतिपक्ष
के अन्य सदस्यों के शंकाओं का निवारण नहीं कर सके। वे यह नहीं बता सके कि सभी
जिलों को विकास का समान अवसर सरकार दे रही है। उपेक्षा के सवाल को वित्त मंत्री
गौण कर गए। वित्त मंत्री ने कहा कि हम विपत्तियों से घबराते नहीं है बल्कि पूरी
मजबूती से काम करते हैं। अटल जी की कविता को याद कहते हुए कहा विपत्ति आती हैं
तो आये। कदम मिलाकर चलना होगा। कोरोना काल में भारत सरकार ने बिहार को काफी
मदद किया है। वित्त मंत्री ने कहा कि बिहार सरकार सात निश्चय-1 के बाद अब सात
निश्चय 2 पर काम कर रही है। 36 अनुमंडलों में एनएनएम संस्थान खोला गया है,28
जिलों में 12 जिलों में पारा मेडिकल संस्थान खोले जा चुके हैं। राज्य में 14 पॉलटेक्निक,11
इंजीनियरिंग कॉलेज खोले जा चुके हैं।
Be First to Comment
You must log in to post a comment.