चेन्नईः तमिलनाडु में पिता-पुत्र के हिरासत में मौत के मामले में पुलिस की कथित
संलिप्तता की रिपोर्टोँ के बीच पुलिस महानिदेशक जे के त्रिपाठी ने रविवार को राज्य में दो
महीने के लिए फ्रेंड्स ऑफ पुलिस पर प्रतिबंध लगा दिया। पुलिस सूत्रों ने बताया कि
थुथुकोड़ जिले के सथानकुलम थाने में हिरासत में रखे गये पी जयराज(60) और उनके पुत्र
जे बेनिक्स (31) की पुलिस ज्यादती के कारण मौत हो जाने की घटना के परिप्रेक्ष्य में
पुलिस महानिदेशक ने सभी जिला पुलिस अधीक्षकों को अगले दो महीने के लिए फ्रेंड्स
ऑफ पुलिस पर प्रतिबंध लगाये जाने के आदेश दिए हैं। श्री त्रिपाठी ने अपने आदेश में कहा
है कि पुलिस अधिकारी ड्यूटी अथवा गश्त के लिए फ्रेंड्स ऑफ पुलिस को अनदेखा करें
तथा कोरोना वायरस को लेकर लोगों के बीच जागरूकता फैलाने जैसे सामाजिक कामों को
ही करना चाहिए। मामले की जांच कर रही अपराध शाखा-अपराध जांच विभाग(सीबी-
सीआईडी) ने कहा है कि हिरासती मौत के मामले में फ्रेंड्स ऑफ पुलिस की कथित भूमिका
की जांच की जायेगी। दूसरी तरफ फ्रेंड्स् ऑफ पुलिस ने इन आरोपों को खारिज करते हुए
कहा है कि मामले में कोई स्वयंसेवी संलिप्त नहीं है। फ्रेंड्स ऑफ पुलिस के प्रदेश प्रशासक
जी लोउरदुस्वामी ने एक बयान में कहा कि सथानकुलम मामले में फ्रेंड्स ऑफ पुलिस के
स्वयंसेवकों की कथित भूमिका के संबंध में मीडिया में कुछ रिपोर्टें आयी है। उन्होंने कहा,
‘‘ हम इन अफवाहों को खारिज करते हैं। हमारा मानना है कि स्थानीय पुलिस थाने की
ओर से कोरोना से जुड़े कामों के लिए स्वयंसेवकों की सूची बनाई थी और उसमें शामिल
लोग फ्रेंड्स ऑफ पुलिस के सदस्य नहीं थे।’’ उन्होंने कहा कि कानून अपना काम करेगा
और सच सामने आयेगा।
तमिलनाडू में पिता पुत्र की हत्या के अपराधी पुलिस मदुराई भेजे गये
तमिलनाडु में हिरासत में पिता-पुत्र की मौत मामले में गिरफ्तार एक निरीक्षक और दो
उप-निरीक्षकों समेत पांच पुलिसकर्मियों के साथ थूथूकुडी जेल में कैदियों ने मारपीट की,
जिसके बाद उन्हें मदुरै सेंट्रल जेल में भेज दिया गया है। इन पांच पुलिसकर्मियों को
शनिवार रात पेरुरानी के थूथूकुडी जिला जेल से मदुरै सेंट्रल जेल में भेजा गया। पुलिस
हिरासत में पी जयराज (60) और उनके पुत्र जे बेनिक्स (31) की हुई मौत मामले जांच कर
रही सीबी-सीआईडी ने निरीक्षक श्रीधर, दो उप-निरीक्षक-बालाकृष्णन और रघु गणेश, हेड
कांस्टेबल मुरुगन और कांस्टेबल मुथुराज को गिरफ्तार किया था। इसके बाद पांचों पुलिस
कर्मियों को थूथूकुडी जिला जेल में रखा गया था। इस जेल में 300 कैदियों को रखे जाने की
जगह है लेकिन वर्तमान में कोरोना वायरस महामारी को देखते हुये केवल 80 कैदी ही रखे
गये हैं। पुलिस सूत्रों ने बताया कि जेल में बंद करीब 30 कैदियों के एक समूह ने इन
पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट की जिसके बाद जेल वार्डर ने उन्हें बचाया। घटना के बाद
जेल के अधिकारियों ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुये पुलिसकर्मियों को कड़ी सुरक्षा के
बीच मदुरै जेल में भेजने का फैसला किया।
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[…] और तीसरे चरण के परीक्षण के स्वयंसेवकों को तैयार किया जा रहा […]