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अनेक राज्यों में हुआ किसानों का चक्का जाम
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किसानों के समर्थन में आम नागरिक भी उतरे
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ट्रक चालकों ने भी अपने वाहन रोक दिये थे
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कई इलाकों में बड़ी बड़ी रैलियां भी निकाली
राष्ट्रीय खबर
नईदिल्ली: देश के अनेक इलाकों में आज किसानों के आह्वान पर चक्का जाम का अच्छा
खास प्रभाव देखने को मिला। मात्र तीन घंटे के सांकेतिक चक्का जाम में किसानों के
अलावा आम नागरिक भी शामिल हुए। दिल्ली के कई इलाकों में आम लोग भी किसानों के
समर्थन में तख्ती और पोस्टर लेकर प्रदर्शन करने उतरे। इसी तरह बेंगलुरु और मुंबई में
भी आम नागरिकों ने किसानों के समर्थन में प्रदर्शन किया। चंडीगढ़ के इलाके में भी
किसान तो बाहर प्रदर्शन कर रहे थे जबकि शहर के प्रवेश मार्गों पर आम लोगों का प्रदर्शन
जारी रहा। अनेक इलाकों में चक्का जाम की निर्धारित समय सीमा प्रारंभ होते ही ट्रक
चालकों ने भी सड़क पर अपने अपने वाहन रोककर किसानों के प्रति अपना समर्थन
व्यक्त किया। अच्छी बात यह रही कि इस दौरान पूरा आंदोलन शांतिपूर्ण रहा और कहीं से
किसी अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं आयी हैं।
महानगरों में आम नागरिकों ने किसानों का समर्थन किया
देश के अनेक इलाकों में से राजस्थान में अप्रत्याशित प्रदर्शन हुए। राजस्थान के श्रीगंगानगर
जिले में राष्ट्रीय और राज्य मार्गों पर आज 50 जगहों पर किसानों ने धरने लगाकर चक्का
जाम किया। दोपहर 12 से 3 बजे तक चक्काजाम के दौरान इन सभी जगहों पर वाहनों की
लंबी कतारें लगी देखी गई। सड़क यातायात पूर्ण रूप से ठप रहा। मजदूरों और व्यापारिक
संगठनों के साथ अन्य कई संस्थाओं एवं राजनीतिक दलों द्वारा चक्का जाम का समर्थन
किया गया। इन संगठनों और संस्थाओं के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता भी चक्का जाम में
शामिल हुए। सैन्य वाहनों, रोगी वाहनों और विद्यार्थियों को ले जा रहे वाहनों को चक्का
जाम के दौरान नहीं रोका गया। श्रीगंगानगर जिले में चक्का जाम को कामयाब बनाने की
जिम्मेवारी किसान संगठनों ने संभालीं, जिसमें ग्रामीण किसान मजदूर समिति
(जीकेएस), अखिल भारतीय किसान सभा, किसान संघर्ष समिति, जय किसान आंदोलन,
किसान आर्मी, एटा सिंगरासर नहर निर्माण समिति मुख्य रूप से शामिल रहे। वामपंथी
दलों, आप पार्टी तथा कांग्रेस द्वारा इसका समर्थन किया गया। धरना स्थलों पर इन दोनों
के नेता पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता भी नजर आए।
देश के अनेक इलाकों किसान कम और राजनेता अधिक दिखे
इसके अलावा राजस्थान में विभिन्न राजमार्गों पर दोपहर बारह से अपराह्न तीन बजे तक
चक्का जाम किया गया। प्रदेश में चक्का जाम को सत्तारुढ़ पार्टी कांग्रेस ने भी पूरा
समर्थन दिया है और जयपुर सहित विभिन्न जिलों में किसानों के साथ कांग्रेस के नेता
और कार्यकर्ता भी सड़कों पर आकर चक्का जाम में भाग लिया। इस दौरान सीकर रोड,
आगरा रोड, दिल्ली रोड, अजमेर रोड और टोंक रोड पर चक्का जाम किया गया जिससे
मार्ग पर वाहनों की लंबी कतारे लग गई है। जयपुर-अजमेर रोड़ पर भांकरोटा चौराहे पर
चक्काजाम लगाने से दो-तीन किलोमीटर लंबा जाम लग गया। जाम में कई जगहों पर पर
महिलाओं ने भाग लिया। चक्का जाम के दौरान एंबुलेंस, स्कूल बस, बुजुर्गों और महिलाओं
को छूट दी गई। हरियाणा में संयुक्त किसान मोर्चा के आह्वान पर अखिल भारतीय
किसान मजदूर समन्वय समिति के बैनर तले शनिवार को जिले के विभिन्न नेशनल
हाईवे व स्टेट हाईवे पर 12 बजे से तीन बजे तक चक्का जाम किया गया। इसमें मुख्य रूप
से मयड़ टोल, चौधरीवास टोल, बाडो पट्टी टोल व लांधड़ी टोल पर हजारों की संख्या में
महिलाएं व पुरूष किसान उपस्थित रहे। इसके अतिरिक्त जिले के अन्य मुख्य स्थानों पर
भी रास्ता जाम करते हुए विरोध जताया गया। मय्यड़ व लांधड़ी टोल पर भारतीय किसान
यूनियन के अध्यक्ष गुरनाम सिंह चडुनी ने संबोधित किया। जिले में चक्का जाम पूरी तरह
से सफल रहा। सभी टोलों पर विभिन्न सामाजिक व धार्मिक संगठनों ने भी अपना
समर्थन दिया। महिलाओं ने सामाजिक व आंदोलन से संबंधित गीत गाकर अपने भाव
प्रकट किए।
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