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राजा पीटर की राह पर आगे बढ़ रहा नक्सली सरगना
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तमाड़ से चुनाव लड़ने की चर्चा जोरों पर
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रमेश सिंह मुंडा हत्या का अभियुक्त है
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फिलहाल हजारीबाग ओपन जेल में
संवाददाता
रांचीः पूर्व नक्सली सरगना कुंदन पाहन ने भी चुनाव लड़ने की अनुमति मांग
कर राजनीतिक सरगर्मी फैला दी है। वैसे उसके आत्मसमर्पण के बाद से ही
इसकी संभावना व्यक्त की जा रही है। मिली जानकारी के मुताबिक कुंदन
पाहन के वकील ने कोर्ट से कुंदन पाहन के चुनाव लड़ने की अनुमति मांगी है।
बताया जा रहा है कि कुंदन पाहन तमाड़ विधानसभा से चुनाव लड़ने की
तैयारी कर रहे हैं। तमाड़ विधानसभा के पूर्व विधायक रहे राजा पीटर उर्फ
गोपाल सिंह पातर को भी चुनाव लड़ने की अनुमति मिल चुकी है। इधर कुंदन
पाहन ने हजारीबाग ओपन जेल में रहते हुए इस अनुमति के लिए आवेदन
किया है। कुंदन वहां अपनी पत्नी के साथ रह रहा है। उसे हाल ही में होटवार
से हजारीबाग शिफ्ट किया गया है।
कुंदन पाहन पर विधायक रमेश सिंह मुंडा की हत्या करने का आरोप है। इधऱ
तमाड़ से झामुमो की टिकट पर रमेश सिंह मुंडा के पुत्र विकास सिंह मुंडा
भी चुनाव लड़ सकते हैं। सरकार द्वारा चलायी जा रही आत्मसमर्पण नीति
से प्रभावित होकर 15 लाख के इनामी नक्सली कुंदन पाहन ने 14 मई 2017
को रांची में पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था।
कुंदन का पुलिस पिछले कई वर्षों से तलाश कर रही थी लेकिन सफलता नहीं
मिल पा रही थी। कुंदन का समर्पण करना पुलिस के लिए बड़ी उपलब्धि थी।
पूर्व नक्सली के अन्य साथियों ने नहीं डाले हैं हथियार
समर्पण करने के बाद कुंदन को कड़ी सुरक्षा के बीच होटवार में बिरसा मुंडा
केंद्रीय कारा स्थित सेल में रखा गया था। झारखंड में आतंक का पर्याय माने
जानेवाले पूर्व नक्सली कुंदन पाहन पर विभिन्न थानों में कुल 128 मामले दर्ज
थे। इनमें हत्या, लूट, आर्म्स एक्ट जैसे संगीन मामले भी शामिल हैं। कुंदन पर
सबसे ज्यादा 50 मामले खूंटी जिला में दर्ज हैं। इसके अलावा रांची में 42,
चाईबासा में 27, सरायकेला में 7 और गुमला में 1 मामला दर्ज है। अपने
वारदात से पूरे राज्य की पुलिस की नींद उड़ा देनेवाले कुंदन ने अचानक 14
मई 2017 को पुलिस के सामने समर्पण कर दिया था। लेकिन उसके संगठन
के अन्य प्रमुख नक्सलियों ने अब भी हथियार नहीं डाले हैं और इलाके में
उनकी सक्रियता की खबरें लगातार मिल रही हैं।
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