-
विदेशी ताकतें रच रहीं भारतीय चाय को बदनाम करने की साजिश
-
असम की कई बड़ी परियोजनाओं की आधारशिला रखी
-
असम में अप्रैल में होना है विधानसभा का चुनाव
भूपेन गोस्वामी
गुवाहाटी: हर राज्य में ऐसे तकनीकी शैक्षणिक संस्थान शुरु किये जाएंगे जो छात्रों को
उनकी मातृभाषा में पढ़ायेंगे। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज यह बात कही है। वह कई
बुनियादी ढांचा परियोजनाओं का शुभारंभ करने के लिए आज सुबह असम पहुंचे। असम
में इस साल मार्च अप्रैल में विधान सभा चुनाव होंगे। पीएम मोदी का ये दौरा काफी अहम
माना जा रहा है। मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का स्वागत किया।
प्रधानमंत्री ने यहां दो अस्पतालों की आधारशिला रखी और ‘असोम माला’ कार्यक्रम की
शुरुआत की। पीएम मोदी ने यहां सोनितपुर जिले के ढेकियाजुली में एक कार्यक्रम में,
‘असोम माला’ कार्यक्रम करते हुए कहा, ‘असोम माला’ राज्य के सड़क बुनियादी ढांचे को
बढ़ावा देगा।यह पहल असम की आर्थिक प्रगति और कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने में
योगदान करेगी। उन्होंने कहा, अगले 15 सालों में असम में चौड़ी और बड़ी सड़कें होंगी।
यह प्रोजेक्ट आपका सपना पूरा करेगा। उन्होंने कहा कि विकास और प्रगति को बढ़ावा देने
के लिए इस बार बजट में बड़ा प्रावधान रखा गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘बिश्वनाथ
और चराइदेव में मेडिकल कॉलेजों और अस्पतालों की आधारशिला भी रखी। उन्होने कहा,
यह असम के स्वास्थ्य ढांचे को बढ़ावा देगा। पिछले कुछ वर्षों में, राज्य ने स्वास्थ्य
देखभाल में तेजी से प्रगति की है। इससे न केवल असम बल्कि पूरे उत्तर पूर्व में लाभ हुआ
है। पीएम मोदी ने बड़ी घोषणा करते हुए कहा, ‘मेरा सपना है कि हर राज्य में कम से कम
एक मेडिकल कॉलेज मातृभाषा में पढ़ाना शुरू करे। वादा करता हूं कि अगले समय में हर
राज्य में मेडिकल कॉलेज और टेक्निकल कॉलेज स्थानीय भाषा में जरूर बनाऊंगा ।
हर राज्य की योजना की चर्चा के साथ साथ चुनावी पांसे भी फेंके
जब असम में नई सरकार बनेगी मैं असम के लोगों की तरफ से वादा करता हूं कि असम में
हम एक मेडिकल कॉलेज स्थानीय भाषा में शुरू करेंगे।’ पीएम मोदी ने कहा, डॉक्टर
इंजीनियर स्थानीय भाषा नें पढ़ कर भी देश के विभिन्न हिस्सों में सेवाएं देंगे। प्रधानमंत्री
नरेंद्र मोदी ने रविवार को असम की धरती से उन विदेशी ताकतों को चेतावनी दी जो चाय
के साथ भारत के रिश्तों पर बुरी नजर डालने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘आज
देश को बदनाम करने के लिए साजिश रचने वाले इस स्तर तक पहुंच गए हैं कि भारत की
चाय को भी नहीं छोड़ रहे। कुछ दस्तावेज सामने आए हैं जिनसे खुलासा होता है कि विदेश
में बैठी कुछ ताकतें चाय के साथ भारत की जो पहचान जुड़ी है उस पर हमला करने की
फिराक में हैं। पीएम मोदी ने भारत के खिलाफ साजिश करने वालों को चेतावनी भरे लहजे
में कहा, ‘मैं असम की धरती से षड्यंत्रकारियों से कहना चाहता हूं कि ये जितने मर्जी
षड्यंत्र कर लें देश इनके नापाक मंसूबों को कामयाब नहीं होने देगा। भारत की चाय पर
किए जा रहे हमलों में इतनी ताकत नहीं है कि वो हमारे चाय बागान में काम करने वाले
लोगों के परिश्रम का मुकाबला कर सकें। पीएम मोदी ने कहा कि असमिया लोगों का प्यार
बहुत गहरा है और मुझे असम वापस लाता रहता है। उन्होंने कहा कि आपके द्वारा
ढेकियाजुली को सजाने का तरीका बहुत सुंदर है। मैं आपके प्रयासों के लिए अपना
धन्यवाद अदा करना चाहूंगा।
[…] बिज़नेस स्कूलों में शामिल हो गया है। संस्थान ने फुल टाइम ग्लोबल एम् बी […]