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सोना तस्करी केस में गलत कार्रवाई का आरोप
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स्वप्ना सुरेश की ऑडियो क्लिप वायरल हुई
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पुलिस के क्राइम ब्रांच ने पूरे मामले की जांच की
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संदीप नायर ने जज को लिखित शिकायत दी है
विशेष प्रतिनिधि
तिरुअनंतपुरमः ईडी अधिकारियों के खिलाफ ही केरल में प्राथमिकी दर्ज की गयी है। यह
मामला केरल पुलिस ने दर्ज किया है। जिसमें आरोप है कि सोना तस्करी के मामले में
अभियुक्त बनायी गयी स्वप्ना सुरेश को ईडी के अधिकारियों ने अनैतिक दबाव डाला था।
ईडी की तरफ से उस अभियुक्त पर यह दबाव डाला गया था कि वह इस मामले में
मुख्यमंत्री पिनरई विजयन का भी नाम ले। इसी बात पर केरल पुलिस ने ईडी अफसरों के
खिलाफ यह मामला दर्ज कर लिया है। पिछले वर्ष के जुलाई माह से ही न्यायिक हिरासत
में रहने वाली स्वप्ना सुरेश का एक ऑडियो अचानक सोशल मीडिया में वायरल हो गया
था। इसमें ईडी के अधिकारी उससे कहते हुए सुनाई पड़ रहे हैं कि वह स्वीकार करे कि वह
मुख्यमंत्री के पूर्व प्रधान सचिव एम शिवशंकर के साथ ही सऊदी अरब गयी थी। वैसे ईडी
ने शिव शंकर को भी इस मामले में अभियुक्त बनाया है। इस ऑडियो क्लिप में यह दावा
किया जा रहा है कि ईडी के अधिकारियों ने उनसे यह कहा था कि अगर वह उनके निर्देश के
मुताबिक बयान देती हैं तो वे उसे गवाह बनाकर उसके खिलाफ मामला खत्म कर देंगे।
इस ऑडियो क्लिप के सार्वजनिक होने के बाद केरल पुलिस के क्राइम ब्रांच ने मामले की
जांच प्रारंभ की थी। अब मामले की जांच पूरी होने के बाद ईडी के अधिकारियों के खिलाफ
मामला दर्ज कर लिया गया है। आरोप है कि ईडी के अफसरों ने मुख्यमंत्री को फंसाने की
साजिश रची थी और इसके लिए अभियुक्त पर दबाव डाला था।
ईडी अधिकारियों के मामला की जानकारी पर अनभिज्ञता जतायी
इस मामले की चर्चा सार्वजनिक होने के बाद ईडी के स्थानीय अधिकारियों ने कहा कि उन्हें
ऐसे किसी मामला के दर्ज होने की कोई सूचना नहीं है। लेकिन यह तय है कि अगर वाकई
केरल पुलिस ने ऐसा मामला दर्ज किया है तो यह एक संवैधानिक संकट जैसी स्थिति है।
ईडी के मुताबिक अभियुक्त स्वप्ना ने अदालत में ऐसी किसी बात की शिकायत नहीं की
है। इस मामले को इसलिए भी गंभीर माना जा रहा है क्योंकि गत पांच मार्च को भी इसी
मामले के एक अन्य अभियुक्त संदीप नायर ने भी जिला जज को एक पत्र लिखकर इस
बात की शिकायत कर दी थी कि ईडी के अधिकारी उस पर इस बात के लिए दबाव डाल रहे
हैं कि वे इस मामले में मुख्यमंत्री पिनरई विजयन का नाम ले। अदालत में ईडी की तरफ से
यह बताया गया है कि इस लिखित शिकायत के संबंध में वे अपनी तरफ से शपथपत्र के
माध्यम से अपना जबाव दाखिल करेंगे।
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