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नागालैंड के सोम जिला में मिला यह भंडार
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सूचना मिलते ही सरकार ने दिये जांच के आदेश
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हीरा मिलने की बात जंगल में आग की तरह फैली
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वीडियो वायरल हुआ तो पूरे इलाके में मचा बवाल
भूपेन गोस्वामी
गुवाहाटी: हीरा मिलने की बात पता नहीं कैसे फैली लेकिन इस सूचना के फैलने के बाद
हजारों की संख्या में लोग पहाड़ खोदने में जुट गये। नागालैंड के एक गाँव में हीरे से भरी
पहाड़ी की सूचना पर हंगामा मच गया। गांव के लोगों ने पहाड़ी की खुदाई शुरू कर दी है।
पहले तो कुछ लोग खुदाई में शामिल थे लेकिन जब हीरे की अफवाह सामने आई तो पूरा
गांव इसमें शामिल हो गया। हीरा मिलने के पहाड़ की खुदाई का वीडियो वायरल होने के
बाद सरकार ने जांच के आदेश दे दिए हैं। भूविज्ञान और खनन विभाग की टीमें मौके पर
जाकर जांच करेंगी। सूत्रों के अनुसार, हीरो के लिए ग्रामीणों, इन लोगों ने पहाड़ी के ऊपर
खनन किया था, सरकार ने तुरंत इसे रोक दिया और लोगों की उस पहाड़ी से आना-जाना
बंद कर दिया। सरकार ने आज से उस पहाड़ियों पर प्रतिबंध लगा दिया है। सरकारी आदेश
के अनुसार, वीडियो रिकॉर्डर के साथ टीम मौके पर जांच पूरी करेगी। विभाग के निदेशक
एस मानेन ने कहा है कि पूरे मामले की जांच की जाएगी। उन्होंने कहा कि जल्द ही जांच
रिपोर्ट पेश करने की कोशिश की जाएगी। गांव की ही एक पहाड़ी पर हीरा मिलने की बात
जंगल में आग की तरह फैल गई और बड़ी संख्या में लोग वहां पहुंच कर खुदाई में जुट गए।
विभाग के निदेशक एस मानेन ने कहा है कि इस पूरे मामले की जांच की जाएगी। म्यांमार
की सीमा के साथ नागालैंड में मोन जिले के वानचिंग गांव में कुदरत का करिश्मा देखने को
मिला है। बताया जा रहा है कि यहां एक हीरे का भंडार हो सकता है, अगर यह बात सच
साबित होती है तो पूरे इलाके की अर्थनीति ही आश्चर्यजनक तरीके से बदल सकती है।
हीरा मिलने की सूचना फैलते ही लोग पहाड़ पर पहुंच गये थे
सैकड़ों ग्रामीणों को हीरा मिलने का पता लगते ही एक छोटी पहाड़ी को खोदना शुरू कर
दिया। सोशल मीडिया पर यह वीडियो वायरल हो रहा है। ग्रामीणों ने कथित तौर पर पहाड़ी
से हीरे के पत्थरों को खोदा है। वैसे तो क्षेत्र में पाए जाने वाले पत्थरों की मात्रा और
गुणवत्ता की तत्काल पुष्टि नहीं की जा सकी है। नागालैंड के दयानन्द गाँव में नागालैंड
पुलिस के महानिदेशक रूपिन शर्मा, जो राज्य पुलिस के महानिदेशक भी थे। रूपिन शर्मा
ने इस मामले के बारे में संवाददाता को फोन पर बताया कि गाँव के इलाके में कुछ पत्थर
मिले हैं। उन्होंने कहा कि यह पता नहीं है कि ये पत्थर हीरे हैं या कोई अन्य धातु है। इसके
बारे में जांच चल रही है। उन्होंने कहा कि नागालैंड भूविज्ञान और खनन विभाग पत्थरों का
अध्ययन करने के लिए एक टीम भेज रहा है।
इस बात की पुष्टि की जा सकती है कि क्या ये पत्थर हीरे या कोई अन्य क्रिस्टल धातु हैं,
जब टीम को पता चलता है कि वे वास्तव में क्या हैं। विशेषज्ञों ने बताया कि ओपालाइट
नागालैंड की चट्टानें, जो इंडो-म्यांमार पर्वतमाला का एक हिस्सा है। संभवत है कि यह एक
सूक्ष्म हीरे हो सकते हैं। वैसे तो इनका छोटा आकार है। सूक्ष्म हीरे की घटना के संकेत
नागालैंड के पोकफुर क्षेत्र में अध्ययन किए गए ओपीओलाइट चट्टानों में एक मैंगनीज-
असर खनिज की उपस्थिति की उनकी खोज से आए हैं।
प्रशासनिक स्तर पर सारी सूचनाओं की पुष्टि और पत्थर की जांच हो रही है
मोन के डेप्युटी कमिश्नर थवसेलनन ने इस संबंध में जानकारी देते हुए बताया कि यह
घटना सप्ताह भर पहले की है। जंगल में काम करते समय कुछ ग्रामीणों को क्रिस्टलनुमा
पत्थर मिले, जिसके बाद गांव के अन्य लोगों को बताया गया कि वे हीरे थे। हालांकि
अधिकारियों ने ग्रामीणों के इस दावे पर संदेह जताया है। हीरे होने का दावा किए जा रहे
यह पत्थर बिल्कुल सतह पर मिले थे, जिससे इसके हीरा होने पर संदेह हो रहा है। इन
पत्थरों के क्वार्ट्ज क्रिस्टल होने की उम्मीद जताई जा रही है। हालांकि क्वार्ट्ज के भी कई
गुण देखते हुए इससे फायदा मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।टीम के 30 नवंबर या 1
दिसंबर को मौके पर पहुंचने की उम्मीद है। सोम के डिप्टी कमिश्नर थावेलसनन ने कहा
कि घटना एक सप्ताह पहले हुई थी जब कुछ ग्रामीणों को जंगल में काम करते समय कुछ
क्रिस्टल मिले और अनुमान लगाया गया कि यह दरअसल हीरे हैं। इसी वजह से सारी चर्चा
हुई। अधिकारी ने कहा कि यह संदिग्ध था कि वे हीरे थे क्योंकि जो पत्थर पाए गए थे वे
सतह पर पाए गए थे।
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