नयी दिल्ली : देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत लंबे समय तक
आयातित हथियारों पर निर्भर नहीं रह सकता।
रक्षा मंत्री ने कहा कि हमने रक्षा क्षेत्र में लघु, कुटीर एवं मध्यम उपक्रमों (एमएसएमई) को
बढ़ावा देने, औद्योगिक लाइसेंस देने की प्रक्रिया को उदार बनाने के लिए कदम उठाए हैं।
उन्होंने रक्षा उद्योग में सक्रिय भागीदारी के लिए निजी क्षेत्र को आमंत्रित करते हुए
कहा कि हमारा लक्ष्य 2025 तक रक्षा उद्योग को 26 बिलियन अमरीकी डालर बनाना है।
हम निजी क्षेत्र की भागीदारी के साथ नए कार्यों को करने के लिए प्रतिपद्ध हैं।
इसके बाद राजनाथ ने कहा कि जब मैंने रक्षा मंत्रालय की जिम्मेदारी ली, तो मुझे बताया गया
कि यह एक किले की तरह है जिसमे कोई भी प्रवेश नहीं करना चाहता।
व्यापार से संबंधित बहुत सारे बड़े प्रस्ताव हैं, मंत्रियों को इससे दूर रहकर सुरक्षित खेलना चाहिए।
लेकिन मैं इन बातों की चिंता नहीं है।
देश के वायुसेना प्रमुख ने कहा हम पूरी तरह तैयार हैं
भारतीय वायुसेना की अभियान संबंधी तैयारी को बेहद उच्च स्तरीय बताते हुए
वायुसेना प्रमुख ने कहा कि राफेल लड़ाकू विमान और एस-400 वायु रक्षा प्रणालियों की खरीद
भारतीय वायुसेना की परिचालन क्षमताओं को काफी बढ़ाएगी।
वायुसेना प्रमुख राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने कहा कि भारतीय वायुसेना किसी भी आपात स्थिति से निपटने के लिए तैयार है।
उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि हम पूर्व की उपलब्धियों तक ही सीमित नहीं रहते।
वायु सेना दिवस पर वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल राकेश कुमार सिंह भदौरिया ने
भारतीय वायु सेना द्वारा किए गए बालाकोट हवाई हमलों की कहानी का वीडियो जारी किया।
भारतीय वायुसेना की अभियान संबंधी तैयारी को बेहद उच्च स्तरीय बताते हुए वायुसेना प्रमुख
ने कहा कि राफेल लड़ाकू विमान और एस-400 वायु रक्षा प्रणालियों की खरीद भारतीय वायुसेना
की परिचालन क्षमताओं को काफी बढ़ाएगी। भारतीय वायुसेना ने पिछले साल बालाकोट हमले
समेत अभियान संबंधी कई उपलब्धियां हासिल कीं।
[…] तरफ देश के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह फ्रांस में युद्धक विमान राफेल की […]