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भारत और बांग्लादेश के बीच नौ परिवहन की कवायद
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उत्तर पूर्व में परिवहन लागत कम करने का प्रयास
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इस जल मार्ग की पहले ही विशेषज्ञों ने जांच की है
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ट्रायल रन का पांच को स्वागत करेंगे सीएम विप्लव देव
अमीनूल हक
ढाकाः दाउदकांदी सोनामुड़ा जल मार्ग पर नौ परिवहन का ट्रायल रन कल यानी गुरुवार को
प्रारंभ हो गया। इस ट्रायल रन से पहले इस मार्ग की जांच के दौरान भी राष्ट्रीय खबर उस
निरीक्षण दल के साथ गया था। भारत के पूर्वोत्तर के राज्यों तक दूसरे इलाकों से सामान
पहुंचाने का समय और खर्च कम करने के मकसद से इस नौ रुट को चालू किया जा रहा है।
वीडियो में देखिये बीते कल हुआ ट्रायल रन
इससे दिल्ली अथवा दक्षिण भारत से इन राज्यों तक बांग्लादेश के रास्ते जल परिवहन का
इस्तेमाल किया जाना है। समुद्र के रास्ते यहां तक माल पहुंचने के बाद यहां की गहरी
नदियों पर मालवाहक नावों की मदद से यह माल पूर्वोत्तर भारत के राज्यों तक भेजा
जाना भारत के लिए भी फायदेमंद होगा। वर्तमान में भारत और बांग्लादेश के बीच हवाई
और रेल सेवा के अलावा समुद्र के रास्ते भी माल की ढुलाई होती है लेकिन नदियों के सहारे
नौ परिवहन को और बेहतर और कम खर्चीला आंका गया है।
पिछले 20 मई को भारत और बांग्लादेश के बीच इसी दाउदकांदी सोनामुड़ा जल मार्ग को
भी परिवहन के तौर पर शामिल किया गया था। तीन महीने के भीतर इस जलपथ पर
पहला ट्रायल रन भी संपन्न हो गया है। ढाका से करीब तीस किलोमीटर दक्षिण में स्थित
नारायणगंज के किनारे से बहने वाली शीतलक्षा नदी के किनारे बने प्रिमियर सीमेंट की
अपनी जेटी से यह परीक्षण किया गया। यहां से रवाना होने वाली नाव इस रुट पर
नियमित कारोबार के पहले की परीक्षा है। इस ट्रायल रन के मौके पर त्रिपुरा के सीमेट
कारोबारी राजीव साहा ने कहा कि इस जल पथ के चालू होने से खास तौर पर त्रिपुरा के
लोगों को काफी फायदा होने जा रहा है। वह इस बात से भी प्रसन्न हैं कि किसी सरकारी
फैसले के होने के तीन महीने के भीतर उसका क्रियान्वयन होना अपने आप में बड़ी बात
है।
दाउदकांदी रुट को तीन महीने में चालू करना बड़ी बात
दोनों देशों के बीच जो समझौता 18 महीने पूर्व हुआ है उसके मुताबिक इसे अमल में लाया
जा रहा है। भारत पहले से ही चटगांव और मोंगला पोर्ट का व्यवहार कर रहा है। वहां से
सोनामुड़ा को उत्तर पूर्वी भारत का ड्राईपोर्ट बनाया गया है। कल शाम करीब चार बजे इसी
नौ पथ पर प्रिमियर सीमेंट की एक नाव को रवाना किया गया। वह सोनामुड़ा तक अपने
लक्ष्य तक आसानी से पहुंचा। इस रुट की जांच के दौरान भी नदी में कुछ स्थानों पर
गहराई कम होने की बात देखी गयी थी। उसे ध्यान में रखते हुए ही नौ परिवहन को चालू
किया गया है ताकि बीच नदी में कम पानी की वजह से कोई बड़ी नाव इसमें ना फंसे। यह
ट्रायल 25 अगस्त को प्रारंभ होना था लेकिन बंगबंधु मुजीबुर्रहमान की हत्या की वजह से
इस महीने में बांग्लादेश में शोक होता है। लिहाजा ट्रायल रन की तिथि को बदलकर तीन
सितंबर कर दिया गया था। ट्रायल रन के बारे में बांग्लादेश के नौ परिवहन राज्य मंत्री
खालिद महमूद चौधरी ने कहा कि इससे दोनों देशों को फायदा होगा और खास तौर पर
त्रिपुरा के लोगों को काफी लाभ होगा। इसके बाद आगामी पांच सितंबर को यानी कल
बांग्लादेश क बीबीबाजार ड्राइ पोर्ट के पास बांग्लादेश के आंतरिक नौ परिवहन के
चेयरमैन गुलाम सादिक, निदेशक रफीकुल इस्लाम और अंतर्राष्ट्रीय नौ रुट की उप
निदेशक शर्मिला खानम इसे विदा करेंगी। वहां से यह नाव सोनामुड़ा तक जाएगी, जहां
त्रिपुरा के मुख्यमंत्री विप्लव कुमार देव इसकी अगुवाई करेंगे।
[…] करने वाले है। इस बारे में बांग्लादेश भारत नौ प्रोटोकॉल रुट के निदेशक रफीकुल इस्लाम […]