सरायकेला : को ऑपरेटिव बैंक का एक उच्चाधिकारी आज पुलिस के हत्थे चढ़ गया।
झारखंड की राजधानी रांची के झारखंड स्टेट को-ऑपरेटिव बैंक प्रधान कार्यालय के
निलंबित सहायक महाप्रबंधक संदीप सेन को 4.14 करोड़ 30 हजार रुपए का गबन के
आरोप में मंगलवार को खड़गपुर से गिरफ्तार किया गया है। आपको बता दें यह गिरफ्तारी
कोल्हान क्षेत्र के डीएसपी के नेतृत्व में गठित टीम की ओर से की गई है। संदीप सेन पर
आरोप है कि सरायकेला शाखा को ऑपरेटिव बैंक के तत्काल प्रबंधक सुनील कुमार
सतपति और कर्मचारी मदन लाल प्रजापति के साथ षड्यंत्र रच कर निजी व्यक्ति संजय
कुमार डालमिया के अवैध रूप से लाभ पहुंचाने की नियत से बैंक के ऑफिसियल अकाउंट
से अनाधिकृत रूप से राशि का हस्तांतरण कर डालमिया के 12 खातों को बंद कर दिया
गया। ऐसा करने से बैंक को 4.14 करोड़ 30 हजार रुपए का नुकसान हुआ था। आपको
बताते चलें कि घटना के संबंध में 21 अगस्त 2019 को सरायकेला थाना में मामला दर्ज
कराया गया था।
को ऑपरेटिव बैंक के मामले को अप्रैल से जांच रही थी सीआईडी
पिछले अप्रैल से सीआईडी इस मामले की जांच कर रही थी। पूरे मामले को अप्रैल माह में
सीआईडी के जिम्मे सौंप दिया गया था उसी का नतीजा है कि इस मामले में आरोपी की
गिरफ्तारी हुई है। संजय डालमिया को पुलिस ने बंगाल के वर्धमान से अक्टूबर माह में
गिरफ्तार किया और जेल भेज दिया था। आरोप है कि कागजात में निजी लोन की राशि
मांग की गई थी जिससे अधिक की राशि स्वीकृत की गई थी। को ऑपरेटिव बैंक के एक
बड़े अधिकारी पर हुई इस कार्रवाई से कई कोनों में हड़कंप की स्थिति बनी हुई है। दरअसल
इस सहकारिता बैंक के साथ इस किस्म के घपलों की चर्चा पहले से ही जुड़ती रही है। यह
पहला अवसर है जबकि सही अर्थो में कोई बड़ा अधिकारी कानून की गिरफ्त में आ पाया
है। इससे पहले ऐसे मामलों की हमेशा लीपा पोती होती आयी है।
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