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सूचना पाकर सभी वरीय अधिकारी भी वहां पहुंचे
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पटरी पर रेलवे ट्रेनों की यातायात रोक दी गयी थी
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बम निरोधक और श्वान दस्ता भी जांच में आया
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बाद में बम को पास में ही डिफ्यूज कर दिया गया
दीपक नौरंगी
भागलपुर: नाथनगर स्टेशन पर बुधवार की रात बम मिला, जिसे देर रात बम निरोधक
दस्ते ने डिफ्यूज किया। इसके साथ ही सुपर एक्सप्रेस को उड़ाने की साजिश नाकाम हो
गया। बम मिलने की सूचना मिलते ही दोनों दिशाओं से आ रही चार ट्रेनों को जगह-जगह
रोक दिया गया। नाथनगर स्टेशन से कुछ दूर पहले ही अंधेरे में सिग्नल के पास
जमालपुर-हावड़ा सुपर एक्सप्रेस और उसी ट्रैक पर दानापुर-भागलपुर इंटरसिटी को रोक
दिया गया।
वीडियो में देखिये पूरा घटनाक्रम
सूचना मिलने पर मौके पर एसएसपी निताशा गुड़िया, सिटी एएसपी पूरण झा पुलिस बल
व एसएसबी की टीम के साथ पहुंचे। दूसरी ओर रेल पुलिस व आरपीएफ की टीम भी मौके
पर पहुंची। नाथनगर के प्लेटफॉर्म नंबर-2 की पटरी पर रखे बम में रस्सी और तार बंधा
हुआ था। इसी बीच वहां खोजी कुत्ता भी लाया गया। काफी देर तक जांच-पड़ताल के बाद
एसएसबी के जवानों ने बम की जांच करने की बात कही और पहले पत्थर और फिर बांस
से मार कर उस बम की जांच की।बम जब नहीं फटा, तो उसे हाथ में उठा लिया और नकली
करार दिया। बम मिलने की घटना के बीच वहां रेल एसपी आमिर जावेद पहुंचे। इसके बाद
उन्होंने रेलवे के कंट्रोल रूम को सबकुछ ठीक होने जानकारी मोबाइल फोन के माध्यम से
दी फिर करीब तीन घंटे के बाद रेल परिचालन शुरू किया गया इसके बाद रात 11:18 बजे
जगह-जगह रुकी ट्रेनों को फिर से रवाना हुई। जानकारी के बाद देर रात वहां पहुंचे बम
निरोधक दस्ता ने बम की जांच और उसे असली बम बताया और उसे मैदान में डिफ्यूज
किया। रेल एसआरपी आमिर जावेद को सूचना मिलने के बाद वह लगातार नाथनगर
स्टेशन पर कैंप करते रहे सुबह 4:00 बजे तक वह स्वयं स्टेशन पर थे। बाद में पता चला
कि दरअसल बम में दो डेटोरनेटर लगे हुए थे और इससे बहुत बड़ा खतरा हो सकता था।
नाथनगर रेलवे स्टेशन की भी गहन जांच की गयी
बताया जाता है कि रात 7:30 बजे ही बम रेलवे ट्रैक पर रखा गया था सबसे पहले नाथनगर
थाना की पुलिस वहां पहुंची थी उसके बाद नाथनगर पुलिस इंस्पेक्टर सज्जाद हुसैन
इसकी जानकारी भागलपुर के सीनियर एसपी को दी उसके बाद जिले के सीनियर एसपी
निताशा गुड़िया सहित जिले के सभी पुलिस और आरपीएफ और जीआरपी के जवान
नाथनगर स्टेशन पहुंचे। नाथनगर के रेलवे ट्रैक पर बम मिलने के बाद कई तरह के सवाल
उठ रहे हैं क्योंकि बिहार में संवेदनशील जिले में सबसे पहला जिला भागलपुर माना जाता
है। ऐसी स्थिति में जब 31 दिसंबर को ही ट्रैफिक डीएसपी रिटायर्ड कर गए और सिटी
एसपी सुशांत कुमार सरोज का तबादला नवगछिया पुलिस जिला कर दिया गया। राष्ट्रीय
खबर के संवाददाता ने डीजीपी से इंटरव्यू लेने के दौरान सिटी एसपी और ट्रैफिक डीएसपी
वाली बात संज्ञान में दी थी जिस पर डीजीपी संजीव कुमार सिंघल ने साफ तौर पर कहा था
आवश्यकता अनुसार सभी खाली पदों जल्द पोस्टिंग होगी। कई पुलिस अधिकारी ने
बताया कि पटाखे जैसा बम था लेकिन सच्चाई पर विश्वास कीजिए बम छोटा हो या बड़ा,
जिस राज्य में पहला जिला जिसे संवेदनशील माना गया हो वहां गम छोटा या बड़ा ऐसा
सवाल करने के बजाय यह मालूम करना चाहिए कि आखिर रेलवे ट्रैक पर बम किसने रखा
और उसकी क्या मंशा थी सरकार में बैठे आला अधिकारियों को भागलपुर जिले पर अपना
विशेष ध्यान देने की आवश्यकता है। जिस बम को प्रारंभ में मामूली समझा गया था वह
जांच में घातक बम साबित हुआ है।
[…] […]
[…] का परिणाम है। पुलिस का यह संदेह नाथनगर के रेलवे ट्रेक पर मिले बम के […]