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दोनों तरफ से खूब उछाले गये कीचड़
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गोड्डा के सांसद ने नाराजगी जतायी
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सोशल मीडिया पर फिर ऑडियो वायरल
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फर्जी सर्वेक्षण पर भी भाजपा खेमा नाराज
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डाक्टर ने भी जारी किया अपना वीडियो बयान
ब्यूरो प्रमुख
भागलपुरः मतदान के निर्णायक दिन के पहले भी लोजपा प्रत्याशी और गोड्डा के भाजपा
सांसद निशिकांत दुबे का विवाद भाजपा के लिए परेशानी का सबब बन गया है। इस बीच
राजेश वर्मा के समर्थन में जारी एक सर्वेक्षण रिपोर्ट से भी हंगामा और बढ़ गया। वैसे इस
सर्वेक्षण को जिस टीवी चैनल के नाम पर जारी किया गया था, उसने बयान जारी कर यह
स्पष्ट कर दिया है कि यह फर्जी रिपोर्ट है क्योंकि उनकी तरफ से कोई ऐसी सर्वेक्षण रिपोर्ट
जारी ही नहीं की गयी है।
वीडियो में समझिये क्या है विवाद
याद रहे कि भागलपुर में कल यानी तीन नवंबर को मतदान होना है। इसके पहले ही इस
किस्म का विवाद भी लोजपा और भाजपा के तेजी से बिगड़ते संबंधों को उजागर करने
वाला साबित हुआ है। साथ ही इससे इस बात की आशंका फिर से बढ़ गयी है कि सभी दलों
के अपने अपने प्रभाव क्षेत्रों में पूरी ताकत का इस्तेमाल किये जाने की वजह से वहां हार
जीत का अंतर भी शायद कम वोटों का होगा। दरअसल राजेश वर्मा के ऑडियो के वायरल
होने के तुरंत बाद निशिकांत दूबे ने अपनी तरफ से न सिर्फ बयान जारी किया बल्कि इस
बारे में कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दे दी। यहां तक बात संभली हुई थी लेकिन
लोजपा प्रत्याशी की संपत्ति के बारे में मतदान के एक दिन पहले उनका बयान दूसरे पक्ष
को नागवार गुजरा। उसके बाद आरोप प्रत्यारोप का जो सिलसिला चल पड़ा वह पूरे
भागलपुर के सोशल मीडिया में सबसे रोचक विषय बन गया है।
मतदान के पहले खुद राजेश वर्मा ने भी जारी किया बयान
बाद में खुद राजेश वर्मा ने भी निशिकांत दुबे के वीडियो संदेश पर अपनी बात रखी और
साफ साफ कहा कि कानून की शरण में जाने का अधिकार सिर्फ निशिकांत दुबे को ही
अकेला नहीं है । लेकिन इस पूरे घटनाक्रम में अब तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि
इसकी पहल किसकी तरफ से हुई थी और जिस सर्वेक्षण को टीवी चैनल का सर्वेक्षण
बताकर जारी किया गया था, उसके पीछे कौन लोग थे। कुल मिलाकर विवाद की शुरुआत
क्यों हुई, यह बात अब तक रहस्य के घेरे में है।
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