- छह सौ करोड़ भुगतान का प्रस्ताव पारित
- भारत के सिरम इंस्टिट्यूट से आयेगी दवा
- जून तक साढ़े पांच करोड़ टीका का लक्ष्य
अमीनूल हक
ढाकाः भारत से कोरोना वैक्सिन का टीका बांग्लादेश आयेगा। पहली खेप में भारत का
सिरम इंस्टिट्यूट बांग्लादेश को 50 लाख टीके उपलब्ध कराने जा रहा है। इसके लिए
सरकार की तरफ के छह सौ करोड़ रुपया भेजने के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी गयी है। इस
भुगतान के संबंध में सिरम इंस्टिट्यूट भी एक बैंक गारंटी देगा। बांग्लादेश के स्वास्थ्य
विभाग के महानिदेशक डॉ अबूल बशर मोहम्मद खुर्शीद आलम ने आज प्रेस को बताया
कि अब बांग्लादेश में भारत से कोरोना वैक्सिन लाने के रास्ते में कोई अड़चन नहीं रहा है।
जिस गति से काम चल रहा है उसके मुताबिक भारत से एस्ट्रोजेनेका का टीका इस माह के
अंत तक बांग्लादेश के हर इलाके में उपलब्ध हो जाएगा। बांग्लादेश में प्रति टीका की
कीमत करीब 425 रुपये होगी। वैसे यह काम सरकार की तरफ से मुफ्त में होगा अथवा
नहीं, यह अभी तय नहीं हो पाया है। भारत ने अपने यहां कोरोना का टीका हर व्यक्ति को
मुफ्त में देने का फैसला ले लिया है। इसलिए ऐसा भी माना जा रहा है कि बांग्लादेश में भी
सरकार ऐसा ही कदम उठाये ताकि ध्वस्त अर्थव्यवस्था के बीच लोगों पर अब नये सिरे से
इसका आर्थिक बोझ ना पड़े। बांग्लादेश के स्वास्थ्य मंत्री जाहिद मालेक ने कहा कि एक दो
दिन के भीतर ही भारत को यह पैसा भेज दिया जाएगा। उनके मुताबिक अगले जून माह
तक भारत से बांग्लादेश तक पांच करोड़ कोरोना वैक्सिन के टीके आ जाएंगे। देश की
चौदह करोड़ की आबादी के लिहाज से पूरी दुनिया के जैसी ही यहां भी सबसे पहले कोरोना
की अग्रिम पंक्ति के योद्धाओं को यह टीका उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि देश
की जनता की सेवा के इस मामले में सीधे प्रधानमंत्री शेख हसीना निगरानी कर रही हैं।
भारत से कोरोना वैक्सिन समय से पहले मिल रहा
पहले से निर्धारित टीकाकरण कार्यक्रम के मुताबिक 18 साल से कम आयु के लोगों,
गर्भवती महिलाओं और विदेश में रहने वाले बांग्लादेश के नागरिकों को अभी टीका नहीं
लगना है। इसी वजह से साढ़े पांच करोड़ टीका का इंतजाम प्रथम खेप में किया गया है।
अगले चरण में शेष साढ़े चार करोड़ लोगों के लिए भी कोरोना वैक्सिन का इंतजाम किया
जाएगा। प्रधानमंत्री ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि अगर जरूरत पड़ी तो दुनिया में जहां
भी पहले टीका उपलब्ध होगा, वहीं से टीका खरीदा जाएगा। बांग्लादेश में सिरम इंस्टिट्यूट
के एकमात्र वितरक के तौर पर वैक्सिमको फार्मास्यूटिकल्स को भी इसकी पूरी तैयार कर
लेने के निर्देश दे दिये गये हैं। चीन से टीका मंगाने में हर डोज के लिए बीस डॉलर से
अधिक की मांग की गयी है। फाइजर की कोरोना वैक्सिन की कीमत 30 से 38 डॉलर
बतायी गयी है। पहले जनवरी के अंत अथवा फरवरी के प्रारंभ में टीका मिलने की उम्मीद
थी लेकिन सरकार की पहल से भारत से कोरोना वैक्सिन पहले ही उपलब्ध होने जा रहा है।
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