लखनऊः कांग्रेस से निष्कासित हुये उत्तर प्रदेश में आजमगढ़ के पूर्व बाहुबली सांसद रमाकांत यादव ने
रविवार को समाजवादी पार्टी (सपा) में घर वापसी की वहीं दिवंगत सांसद फूलन देवी की
और प्रगतिशील मानव समाज पार्टी की अध्यक्ष रूक्मणी देवी निषाद भी सपा में शामिल हो गयी।
अध्यक्ष अखिलेश यादव और महाराष्ट्र में पार्टी की प्रदेश इकाई के
अध्यक्ष अबू आसिम आजमी की मौजूदगी में रमाकांत यादव और रूक्मणी देवी ने पार्टी की सदस्यता हासिल की।
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में रमाकांत भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के टिकट पर मैदान पर थे
और उस बार उन्हे सपा संस्थापक मुलायम सिंह यादव ने धूल चटायी थी।
आजमगढ़ से वह चार बार लोकसभा चुनाव जीत चुके हैं।
श्री यादव ने पहली बार वर्ष 1996 में लोकसभा चुनाव में जीत हासिल की थी
बाद में 1999,2004 और 2009 में उन्होने जीत की हैट्रिक लगायी।
इससे पहले वह 1985 से 1995 के बीच विधानसभा सदस्य रहे हैं।
सपा से किनारा करने के बाद उन्होने पहले भाजपा का दामन थामा और बाद में कांग्रेस की सदस्यता हासिल की।
इस मौके पर रमाकांत ने कहा कि देश में लोकतंत्र का गला घोंटने वाली भाजपा से
छुटकारा पाने के लिये जनता को सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के हाथ मजबूत करने की जरूरत है।
परिवार में वापसी की उन्हे बेहद खुशी है और इसे शब्दो में बयां करना मुश्किल है।
सपा अध्यक्ष ने कहा कि श्री रमाकांत एक बड़े नेता है और उनकी घर वापसी से निश्चित ही पार्टी को मजबूती मिलेगी।
कांग्रेस से निष्कासित होने के बाद रमाकांत तो ठिकाना चाहिए था
ग्रेस से निष्कासित कर दिये जाने के बाद राजनीति में सक्रिय बने रहने के लिए
रमाकांत को कोई राजनीतिक मंच चाहिए था।
इसलिए उन्हें फिर से अपने पुराने दल यानी समाजवादी पार्टी में लौटना ही ज्यादा फायदेमंद लगा।
लिहाजा बिना किसी हील हुज्जत उन्होंने आराम से अपनी पुरानी पार्टी में योगदान किया
और अपना राजनीतिक मंच तय किया है।
[…] दोनों नेता कभी एक साथ समाजवादी पार्टी में थे। बाद में दोनों के रिश्तों में […]