रांचीः एआईएसएफ ने राजभवन के समीप एक दिवसीय धरना के माध्यम से महामहिम
राज्यपाल महोदया को ज्ञापन सौंपा। इसमें राज्य के तमाम यूनिवर्सिटीज एवम
महाविद्यालयों में प्राध्यापकों की बहाली अविलंब करने, स्थायी संबंधन प्राप्त
महाविद्यालयों को सरकारीकरण करने, काले कृषि कानून को केंद्र सरकार अविलंब वापस
लेने, सभी कॉलेजों में पुस्तकालय और प्रयोगशाला की स्थिति में सुधार करने आदि मुद्दों
को उठाया गया है। इस एकदिवसीय धरना में मुख्य रूप से उपस्थित एआईएसएफ के
प्रदेश महासचिव लोकेश आंनद ने कहा कि राज्य में प्राध्यापकों की कमी के कारण छात्रों
को शिक्षा प्राप्त करने में काफी दिक्कत हो रही है अब तो कॉलेज भी खुलने आदेश हो चुका
है जो एआईएसएफ के संघर्षों का प्रयास है और माननीय मुख्यमंत्री जी का धन्यवाद।
उन्होंने कहा कि स्थाई संबंधन प्राप्त कॉलेज को सरकारीकरण किया जाए क्यूंकि ग्रामीण
क्षेत्र में को बच्चे हैं वह किसानों के बच्चे हैं मजदूर के बच्चे हैं। इसीलिए इन कॉलेजों को
सरकारीकरण किया जाए। केंद्र सरकार अविलंब यह काला कृषि कानून वापस ले हम
किसान के बेटे है कभी भी झुकना नहीं सीखें हैं देश हमे प्यारा है और किसान देश की रीढ़
इसीलिए उनके खिलाफ यह लाया गया काला कानून वापस लेना होगा। सड़क सुनसान
नहीं है इसीलिए संसद आवारा नहीं होगा। इस धरना को अध्यक्ष मेहुल मृगेंद्र आर यू की
प्रभारी कीर्ति कुमारी, विक्रम कुमार, अफजल दुर्रानी, सबा परी आदि ने संबोधित किया।
इसमें सुनीता कुमारी,निशा कुमारी,रौशन आरा,दानिश अंसारी,शकीबुल हसन,विकाश
मुंडा,बबलू मुंडा,रवि सिंह,विक्रांत मेहता,प्रिया महतो,अनिकेत चौधरी,शकीना
प्रवीण,आसिया खातून आदि सैकड़ों छात्र – छात्राएं उपस्थित थे।
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