यांगूनः म्यांमार के राखिने प्रांत में स्थानीय आतंकवादी समूह अराकान सेना की ओर से
दागे गये मोर्टार के प्राथमिक स्कूल में गिरने से 20 छात्र घायल हो गए हैं। रक्षा सेवाओं के
कमांडर-इन-चीफ ने गुरुवार को जारी विज्ञप्ति में कहा कि अरकान सेना के आतंकवादियों
ने बुथीडाउंग टाउनशिप में म्यांमार के सैन्य जवानों को निशाना बनाने के मकसद से यह
मोर्टार दागा था। सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई की और इसके बाद ये आतंकवादी वहां
से पीछे चले गए थे। आतंकवादियों की तरफ से दागा गया एक मोर्टार गांव में स्कूल से
टकराया जिसकी चपेट में वहां खेल रहे स्कूली बच्चे आ गए और इसमें लगभग 20 छात्र
घायल हो गये। उन्होंने कहा कि पांच घायलों को बुथीडाउंग टाउनशिप अस्पताल भेजा
गया, जबकि अन्य का सैन्य शिविर में उपचार किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि
म्यांमार में राखिने समुदाय के लोगों के अधिकारों के लिए लड़ने वाला समूह अराकान
सेना म्यांमार की सेना के खिलाफ संघर्षरत है और सरकार ने आधिकारिक तौर पर इसे
आतंकवादी समूह घोषित कर रखा है। दूसरी तरफ इस घटना की प्रतिक्रिया में कुछ अन्य
गांवों पर हमला होने की भी अपुष्ट जानकारी मिली है।
म्यांमार के राखिने में सक्रिय है रोहिंग्या आतंकवादी
सरकारी सेना और बौद्ध धर्मावलंबियों के साथ विवाद होने के बाद लाखों रोहिंग्या वहां से
भाग गये हैं। उनमें से सबसे अधिक लोग पड़ोसी देश बांग्लादेश में शरण लिये हुए हैं। खुद
बांग्लादेश के लिए भी इन शरणार्थियों को बोझ अत्यधिक होता जा रहा है। इसके बाद भी
म्यांमार की सरकार ने अपने यहां से विस्थापित हुए रोहिंग्या की वापसी पर कोई पहल
नहीं की है। दूसरी तरफ कुछ इलाकों में रोहिंग्या आतंकवादी अब भी हथियारबंद होकर
सेना के साथ जूझ रहे हैं। इस क्रम में अक्सर ही दोनों के बीच मुठभेड़ होती रहती है।
रोहिंग्या मुद्दे पर अभी हाल ही में अंतर्राष्ट्रीय अदालत ने भी म्यांमार को कार्रवाई करने के
निर्देश दिये हैं। जिसमें कहा गया है कि वह नियमित तौर पर वहां होने वाली कार्रवाइयों पर
नजर बनाये रखेगी।
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