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राष्ट्रीय खबर विशेष संवाददाता
पटना :14 दिसम्बर को बिहार में राज्यसभा के एक सीट के उपचुनाव होने जा रहे हैं।
एनडीए ने सुशील कुमार मोदी को अपना प्रत्याशी भी घोषित कर दिया है और वे आज
नामांकन भी करने जा रहे हैं। विगत दिनों महागठबंधन ने रामविलास पासवान के निधन
से रिक्त हुए सीट पर उनकी पत्नी और चिराग पासवान की मां रीना पासवान को समर्थन
देने की घोषणा की थी।लेकिन तीन – चार दिनों की चुप्पी के बाद आज लोजपा अध्यक्ष
चिराग पासवान ने साफ कर दिया कि लोजपा इस चुनाव में अपना प्रत्याशी नहीं उतारेगी।
लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने ट्वीट में लिखा गया है कि राजद के कई साथी अपना
समर्थन इस सीट पर लोजपा प्रत्याशी के लिए करने की बात की है। उनके समर्थन के लिए
पार्टी आभार व्यक्त करती है। इस राज्य सभा सीट पर लोजपा का कोई भी व्यक्ति चुनाव
नहीं लड़ना चाहता है। गौरतलब है कि इससे पूर्व लोजपा ने ट्वीट किया था कि लोक
जनशक्ति पार्टी व दलित सेना के संस्थापक आदरणीय राम विलास पासवान जी के
निधन के बाद से रिक्त पड़ी राज्यसभा की सीट पर चुनाव है। राज्यसभा की यह सीट
संस्थापक के लिए थी जब पार्टी के संस्थापक ही नहीं रहे तो यह सीट भाजपा किसको देती
है यह उनका निर्णय है। इस सीट पर नामांकन करने की अंतिम तिथि तीन दिसंबर है।
और इधर लोजपा के मना करने पर महागठबंधन पशोपेश में पड़ गया है।लेकिन अभी तक
महागठबंधन की तरफ से तस्वीर नहीं साफ हो पाई है।
14 दिसम्बर के चुनाव में तेजस्वी घेरना चाहते थे मोदी को
कयास यह भी लगाये जा रहे हैं कि श्याम रजक महागठबंधन से प्रत्याशी होंगे।
महागठबंधन की तरफ से कई बार खबर आई थी कि लोजपा प्रमुख चिराग पासवान की मां
को उम्मीदवार बनाया जाएगा लेकिन चिराग पासवान ने साफ कर दिया है कि वो इस बार
भी भाजपा के साथ है। गौरतलब है कि श्याम रजक पहले जनता दल यूनाइटेड में थे और
नीतीश कुमार और कैबिनेट में मंत्री भी थे मगर विधानसभा चुनाव से ठीक पहले पाला
बदलकर राष्ट्रीय जनता दल में शामिल हो गए मगर किसी कारणवश उन्हें पार्टी का टिकट
नहीं मिला। श्याम रजक अपनी परंपरागत सीट फुलवारी शरीफ से टिकट चाहते थे, मगर
किसी कारण से उन्हें टिकट नहीं मिला।
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